महेंद्रसिंह धोनी को क्रिकेट की बारीक समझ है, यह बात हम कई मौकों पर देख चुके हैं। वे खिलाड़ियों का, मैच परिस्थितियों का परफेक्ट एनालिसिस करते हैं। फाइनल मैच से पहले सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान और कोच की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें धोनी ने जो कहा, उसका असर निश्चित ही विपक्षी कप्तान केन विलियमसन और कोच टॉम मूडी पर हुआ। अगर कहा जाए कि धोनी ने विलियमसन को अपने अंदाज़ में धमकाया तो गलत न होगा।
दरअसल मैच से पहले इस संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में धोनी से जब सवाल किए जा रहे थे तो वे इस अंदाज़ में जवाब दे रहे थे कि उनके क्रिकेट ज्ञान को देखकर विलियमसन और मूडी हैरान रह गए। धोनी से जब राशिद खान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उनका पूरा एनालिसिस कर दिया। धोनी ने कहा कि लेग स्पिनर की गेंद में नेचुरल टर्न होता है और यह तय नहीं होता कि गेंद कितनी टर्न होगी। यह कारण है कि राइटहैंड बैट्समैन लेग स्पिनर के खिलाफ बोल्ड या एलबीडब्ल्यू होते हैं। धोनी ने फील्ड प्लेसमेंट पर कहा कि मैदान में डीप मिडविकेट एक ऐसी पोजिशन है जहां सबसे अधिक गेंद आती है, वहां आपको अपना सबसे चुस्त फील्डर रखना होता है।
धोनी यह भी कहा कि टी- 20 क्रिकेट से टेस्ट क्रिकेट खेलना आसान है, लेकिन जो खिलाड़ी टेस्ट खेलकर आता है उसके लिए टी-20 में ढलना मुश्किल होता है। धोनी ने सिंगल सेविंग फील्ड पर भी अपने विचार रखे और कहा कि ऐसी पोजिशन पर फील्डर को इंजुरी होने का खतरा बढ़ जाता है।
जब धोनी इस अंदाज़ में सवालों के जवाब अपने ज्ञान के प्रकाश में दे रहे थे तो विलियमसन हैरान थे कि एक कप्तान ऐसे भी सोच सकता है। धोनी ने इन गहरी बातों से विपक्षी टीम के कोच और कप्तान को बताया कि वे उनसे कितनी आगे सोच रहे हैं। संभवत: विलियमसन सोच रहे होंगे कि अब ऐसी सोच वाले कप्तान को कैसे मात दें। इस आईपीएल में विलियमसन की टीम धोनी की टीम से 4 बार भिड़ी और चारों बार उसे हार मिली।