नई दिल्ली। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और पहली बार आईपीएल खेल रहे दिल्ली डेयर डेविल्स की तरफ से उतरे लियम एडवर्ड प्लंकेट ने अपनी करिश्माई गेंदबाजी से फिरोजशाह कोटला के दर्शकों का दिल जीत लिया। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ प्लंकेट ने केवल 17 रन की कीमत पर तीन विकेट झटके।
कप्तान गौतम गंभीर ने पंजाब के खिलाफ जैसन राय की जगह प्लंकेट को शामिल करने का जो जुआं खेला था, उसमें वो काफी हद तक सफल रहे। प्लंकेट ने पंजाब का सबसे बड़ा विकेट लोकेश राहुल (23) का लिया। लोकेश ने 14 गेंदों में इस आईपीएल सत्र का सबसे तेज अर्धशतक जड़ा था। लोकेश राहुल जब दूसरे विकेट के रुप में आउट हुए तब स्कोर 4.3 ओवर में 42 रन था।
प्लंकेट का दूसरा शिकार मयंक अग्रवाल (21) हुए जबकि तीसरा शिकार उन्होंने करुण नायर (34) का किया। तीनों ही विकेट पंजाब के सबसे कीमती विकेट थे। फिरोजशाह कोटला की पिच पर गेंदबाज को बाउंस नहीं मिल रहा था, ऐसे में प्लंकेट ने विकेट-टू-विकेट गेंदबाजी की और 4 ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट लिए। कुल 24 गेंदों में उन्होंने केवल एक चौका दिया।
6 अप्रैल 1985 को यॉर्कशायर में जन्में प्लंकेट की 33 साल की उम्र में इस तरह की गेंदबाजी देखते ही बनती है। 2005 में उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था और 2014 में आखिरी टेस्ट। टी20 क्रिकेट में उनके नाम 19 विकेट हैं और इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 21/3 का रहा है।
पंजाब के खिलाफ दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने जिन 7 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया था, उनमें प्लंकेट ही एकमात्र सबसे सफल गेंदबाज रहे। अपने डेब्यू मैच में उनका स्टंप अटैक सबसे खतरनाक रहा। यही कारण है कि पंजाब 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 143 रन बनाने में सफल रहा था।