नई दिल्ली। सनराइजर्स हैदराबाद के अफगानिस्तान के अनुभवी स्पिनर मोहम्मद नबी ने इंडियन प्रीमियर लीग में गुरुवार को दिल्ली कैपिटल्स पर 5 विकेट की जीत के बाद कहा कि टीम में उनकी भूमिका रन गति पर अंकुश लगाकर दबाव बनाने वाले गेंदबाज की है।
नबी ने गुरुवार को शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 21 रन पर 2 विकेट चटकाए जिससे दिल्ली की टीम 8 विकेट पर 129 रन ही बना सकी। सनराइजर्स हैदराबाद और अफगानिस्तान की टीम में भूमिका पर नबी ने कहा कि वे रन गति पर अंकुश लगाने की कोशिश करते हैं जिससे कि दबाव बने और अन्य गेंदबाज विकेट हासिल कर सकें।
नबी ने हैदराबाद की 5 विकेट की जीत के बाद कहा कि मेरे यही रणनीति रहती है कि राशिद और मुजीब विकेट चटकाने वाले गेंदबाज हैं, तो मैं रन गति पर अंकुश लगाऊं। राष्ट्रीय टीम में मुझे 10 ओवर के बाद ही गेंद मिलती है इसलिए कोशिश करता हूं कि ज्यादा से ज्यादा खाली गेंद करूं। इससे टीम को फायदा होगा, क्योंकि खाली गेंद से बल्लेबाज पर दबाव बनेगा और दूसरे छोर से राशिद विकेट लेने में सफल रहेगा। हमारी यही योजना होती है।
नबी ने कहा कि मैच के दौरान उन्होंने कुछ भी अलग करने की कोशिश नहीं की और अपना स्वाभाविक खेल दिखाया, बस हालात अलग थे। हम इससे जल्दी सामंजस्य बैठाने में सफल रहे। पिछले मैच में हमने 200 रन के आसपास का स्कोर बनाया था, हम हालात से जितना जल्दी संभव हो, सामंजस्य बैठाने की कोशिश करते हैं।
अफगानिस्तान टीम के नबी के साथी राशिद खान और मुजीब उर रहमान ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश और इंग्लैंड में टी-20 ब्लास्ट में खेल चुके हैं और इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि आगामी विश्व कप में यह अनुभवी काफी अहम साबित हो सकता है। राशिद खान, मुजीब उर रहमान और मैं ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश लीग में खेल चुके हैं और हालात से सामंजस्य बैठाने में सफल रहे। आपको जल्दी ही हालात से सामंजस्य बैठाना होता है। ऑस्ट्रेलिया में गेंद काफी टर्न नहीं होती लेकिन उछाल मिलता है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल भी हम टी-20 ब्लास्ट खेले (इंग्लैंड में), इसी वजह से वहां खेले कि विश्व कप का आयोजन वहीं होना है। अच्छी गेंदबाजी भी की और अंदाजा भी लगा कि वहां पिचें कैसी होने वाली हैं? इसी अनुभव से हम विश्व कप में भी अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। हमारे में जितनी प्रतिभा है, हम टीम के लिए उसका 110-120 प्रतिशत देंगे।
नबी ने कहा कि हैदराबाद की टीम में खेलने के अधिक मौके नहीं मिलते लेकिन उन्होंने कहा कि वे अपने मौकों के लिए इंतजार करने को तैयार हैं। पिछले 3 साल से एकसाथ खेल रहे हैं इसलिए संयोजन खुद ही बन चुका है। हम मौके का इंतजार करते हैं और जब भी मैच में मौका मिलता है, तो हम 110 प्रतिशत देते हैं।
नबी ने कहा कि एक गेंदबाज के रूप में सफलता हासिल करने के लिए बल्लेबाज का दिमाग पढ़ना काफी अहम है। बल्लेबाज क्या कर रहा है, यह जानना काफी जरूरी है। अगर बल्लेबाज शॉट खेलने की कोशिश करता है तो आप बार-बार एक ही गेंद नहीं फेंकोगे जिसका वह इंतजार कर रहा है। वे मैच के दौरान कभी-कभी स्टार लेग स्पिनर राशिद को भी सलाह देते हैं।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी मैच के दौरान आप वैसी वैरिएशन नहीं कर पाते, जैसी चाहते हो। कभी-कभी आप उतनी एकाग्रता नहीं ला पाते। जब हम राष्ट्रीय टीम या किसी अन्य टीम में एकसाथ खेलते हैं तो कभी-कभी समझाना पड़ता है कि बल्लेबाज क्या करना चाहता है, आपको कैसा क्षेत्ररक्षण रखना चाहिए? अगर आप ज्यादा खाली गेंद फेंकोगे तो बल्लेबाज गलती करेगा। लेकिन अगर आप विकेट के पीछे भागोगे तो आपके खिलाफ रन बनेंगे, इसी बारे में ज्यादा चर्चा होती है।
राशिद की तारीफ करते हुए नबी ने कहा कि राशिद अलग तरह का स्पिनर है। वह बाकी लेग स्पिनरों से अलग है। वह हवा में तेज है और उसकी गुगली आसानी से समझ नहीं आती। (भाषा)