बेंगलुरु। आईपीएल तालिका में आखिरी स्थान पर मौजूद विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर बुधवार को अपने घरेलू मैदान पर किंग्स इलेवन पंजाब की मेजबानी करने उतरेगी जहां उसका एकमात्र लक्ष्य प्लेऑफ की आखिरी उम्मीदों को बरकरार रखना रहेगा।
बेंगलोर का आईपीएल के 12वें संस्करण में भी बाकी सत्रों की तरह ही हाल रहा है और वह तालिका में 10 मैचों में तीन जीत और सात मैच हारने के बाद 6 अंक लेकर आखिरी स्थान पर है। हालांकि अपने पिछले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ एक रन की रोमांचक जीत के बाद उसकी उम्मीदें बनी हुई हैं, लेकिन अब मुकाबले में बने रहने के लिए उसे अपने सभी मैचों को जीतना होगा।
विराट की टीम अपने घरेलू मैदान पर बुधवार को पंजाब की मेजबानी करेगी जो 10 मैचों में पांच जीत और पांच हार के बाद 10 अंक लेकर पांचवें नंबर पर है। पंजाब की स्थिति भी अच्छी नहीं है और उसे भी प्लेऑफ में बने रहने के लिए अपने बाकी मैचों को जीतना जरूरी हो गया है। पंजाब ने अपना पिछला मैच दिल्ली कैपिटल्स से पांच विकेट से गंवाया था और बेंगलोर के घरेलू मैदान पर उसके लिए स्थिति आसान नहीं होगी।
हालांकि रविचंद्रन अश्विन की कप्तानी में पंजाब ने उतार चढ़ाव के बावजूद बेहतर खेल दिखाया है और उम्मीद की जा सकती है कि वह बेंगलोर को बराबरी की टक्कर दे सकेगी। बेंगलोर के पास विराट, ए बी डीविलियर्स, पार्थिव पटेल, मोईन अली जैसे बढ़िया बल्लेबाज हैं। लेकिन टीम ने पिछले मैचों में अच्छी गेंदबाजी भी की है जो उसकी सबसे बड़ी कमजोरी रही है।
चेन्नई के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी की नाबाद 84 रन की धुआधार पारी के बावजूद बेंगलोर ने जिस तरह एक रन से रोमांचक जीत दर्ज की थी उसने टीम के हौंसले बुलंद किए हैं जो पंजाब के लिए भी अहम संकेत होगा। गेंदबाजों में डेल स्टेन के आने से बेंगलोर और भी मजबूत हुई है जिन्होंने पिछले मैच में किफायती गेंदबाजी करते हुए दो विकेट निकाले थे। नवदीप सैनी, उमेश यादव, पवन नेगी और स्पिनर युजवेंद्र चहल टीम के अहम गेंदबाज हैं।
बेंगलोर के पास जहां ज्यादा कुछ खोने के लिए अब नहीं बचा है वहीं पंजाब की कोशिश है कि वह शीर्ष चार में जगह बना ले। ऐसे में टीम जीत के लिए अधिक जोर लगाएगी। पंजाब पर पिछले मैच में कोटला मैदान पर मिली हार से दबाव बढ़ा है, वहीं लोकेश राहुल और क्रिस गेल को छोड़कर टीम के बाकी बल्लेबाज लगातार फ्लॉप हो रहे हैं जिनसे पूरा दबाव इन्हीं खिलाड़ियों पर आ गया है।
दिल्ली के खिलाफ अकेले गेल ने ही 69 रन की पारी खेली थी जो चिंता की बात है, वहीं पंजाब की गेंदबाजी भी उच्च स्तरीय नहीं लग रही है। टीम की कप्तानी खुद अनुभवी ऑफ स्पिनर अश्विन के हाथों में है। अश्विन, सैम कुरेन, मोहम्मद शमी, विजोएन से बेंगलोर के खिलाफ बढ़िया गेंदबाजी की उम्मीद रहेगी जिसके पास न सिर्फ विराट और एबी जैसे बल्लेबाज हैं बल्कि टीम मोहाली में हुए पिछले मैच में पंजाब को पराजित भी कर चुकी है।