हैदराबाद। मुंबई इंडियंस ने सांसों को रोक देने वाले बेहद रोमांचक फाइनल में लसित मलिंगा के कमाल के आखिरी गेंद पर चेन्नई सुपरकिंग्स को रविवार को मात्र 1 रन से पराजित करके 7 साल में चौथी बार आईपीएल का चैंपियन बनाने का गौरव हासिल कर लिया। 'मैन ऑफ द मैच' बुमराह को 5 लाख रुपए का पुरस्कार मिला।
मुंबई ने आईपीएल-12 के फाइनल में 8 विकेट पर 149 रन बनाने के बाद चेन्नई को 7 विकेट पर 148 रन पर थाम लिया। मलिंगा ने आखिरी गेंद पर विकेट निकाल कर खिताब मुंबई की झोली में डाल दिया। मुंबई के खिलाड़ियों ने इसके बाद मलिंगा को कन्धों पर उठाकर जीत का जश्न मनाया।
मुंबई का यह पांचवां फाइनल था और उसने चौथी बार खिताब अपने नाम किया। मुंबई ने इससे पहले 2013, 2015 तथा 2017 में खिताब जीता था। गत चैंपियन चेन्नई ने एक रन की हार के साथ अपना खिताब गंवा दिया। चेन्नई के लिए 80 रन बनाने वाले शेन वॉटसन का आखिरी ओवर में रन आउट होना चेन्नई को चोट पहुंचा गया और चेन्नई का चौथी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने अच्छी शुरुआत की और पिछले मैच के मैन ऑफ द मैच फाफ डू प्लेसिस ने तेजी से 13 गेंदों में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन ठोके लेकिन एक बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में वह लेफ्ट आर्म स्पिनर क्रुणाल पांड्या की गेंद की लाइन चूके और क्विंटन डी कॉक ने उन्हें आसानी से स्टंप कर दिया। चेन्नई का पहला विकेट चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर 33 के स्कोर पर गिरा।
पिछले मैच में अर्धशतक बनाने वाले शेन वॉटसन ने सुरेश रैना के साथ दूसरे विकेट के लिए 37 रन जोड़े। रैना को राहुल चाहर ने पगबाधा किया। रैना ने डीआरएस लिया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। रैना ने 14 गेंदों में मात्र आठ रन बनाये। चेन्नई का दूसरा विकेट 70 पर गिरा। अंबाती रायुडू 1 रन बनाने के बाद जसप्रीत बुमराह की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। चेन्नई ने अपना तीसरा विकेट 73 के स्कोर पर गंवाया।
चेन्नई दो विकेट जल्दी-जल्दी गिरने के बाद दबाव में आ गयी। अब मैदान पर वॉटसन का साथ देने उतरे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी लेकिन 13वें ओवर में धोनी के रन आउट का मामला फंस गया और तीसरे अंपायर ने कई रिप्ले देखने के बाद धोनी को रन आउट करार दे दिया। धोनी के रन आउट होते ही मुंबई का पूरा खेमा ख़ुशी से उछल पड़ा। धोनी ने ओवर थ्रो होने पर दूसरा रन चुराने की कोशिश की और ईशान किशन का सीधा थ्रो स्टंप्स से टकरा गया। धोनी ने 8 गेंदों में 2 रन बनाए और चेन्नई का चौथा विकेट 82 के स्कोर पर गिरा।
14वें ओवर में राहुल चाहर ने अपनी ही गेंद पर वॉटसन का कैच छोड़ दिया। वॉटसन का उस समय स्कोर 42 और टीम का स्कोर 85 रन था। राहुल चाहर ने अपना स्पैल चार ओवर में 14 रन पर एक विकेट के साथ समाप्त किया। मुंबई ने वापसी करते हुए चेन्नई को जबरदस्त दबाव में ला दिया था।
रन सूख रहे थे और चेन्नई को बड़े शॉट की जरूरत थी। आखिर ड्वेन ब्रावो ने 16वें ओवर में लसित मलिंगा की पहली गेंद पर छक्का उड़ा दिया। इस ओवर की तीसरी गेंद को वॉटसन ने थर्डमैन पर चौके के लिए निकाल दिया।
वॉटसन ने चौथी गेंद पर चौका मारकर चेन्नई के 100 रन पूरे कर दिए और साथ ही अपने 50 रन भी पूरे कर लिए। वॉटसन का यह लगातार दूसरा अर्धशतक था। वॉटसन ने पांचवीं गेंद पर भी चौका जड़ दिया। इस ओवर में 20 रन गए और चेन्नई के खेमे ने कुछ राहत की सांस ली।
17वें ओवर में बुमराह की गेंद पर वॉटसन का आसान कैच राहुल चाहर ने टपका दिया। बुमराह ने इस ओवर में सिर्फ चार रन दिए। चेन्नई को अब आखिरी 18 गेंदों पर 38 रन की जरूरत थी। 18वां ओवर लेफ्ट आर्म स्पिनर क्रुणाल पांड्या के हाथों में था और वॉटसन ने दूसरी गेंद को छक्के के लिए उड़ा दिया।
तीसरी गेंद पर भी छक्का पड़ा। चौथी गेंद भी छक्के के लिए दर्शकों के बीच पहुंच चुकी थी। लगातार तीन छक्कों से इस ओवर में भी 20 रन गए और चेन्नई के लिए आंकड़ा 12 गेंदों में 18 रन का रह गया।
19वां ओवर बुमराह डाल रहे थे और दूसरी गेंद पर ब्रावो विकेटकीपर के हाथों लपके गए। मैच कांटे का हो चला था। रवींद्र जडेजा ने आने के साथ ही दो रन लिए। अगली गेंद डॉट रही। जडेजा ने फिर दो रन निकाले। आखिरी गेंद विकेटकीपर डी कॉक के दस्तानों से लगकर छिटकी और बॉउंड्री पार कर गयी। तोहफे के इन चार रनों ने आखिरी छह गेंदों पर नौ रन का आंकड़ा कर दिया।
आखिरी ओवर में मलिंगा की पहली गेंद पर 1 रन गया। दूसरी गेंद पर जडेजा ने सिंगल चुरा लिया। दर्शकों की धड़कनें तेज होती जा रही थीं। तीसरी गेंद पर वॉटसन ने 2 रन लिए लेकिन चौथी गेंद पर वॉटसन दूसरा रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए।
वॉटसन ने 59 गेंदों पर 8 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 80 रन बनाये। चेन्नई को अब 2 गेंदों पर 4 रन चाहिए थे। पांचवीं गेंद पर 2 रन से स्कोर 148 रन हो गया। अब एक गेंद और चेन्नई को चाहिए थे 2 रन। मलिंगा ने शार्दुल ठाकुर को आखिरी गेंद पर पगबाधा कर मुंबई को जश्न में डुबो दिया।
इससे पहले कैरेबियाई धुरंधर कीरोन पोलार्ड की नाबाद 41 रन की शानदार पारी की बदौलत मुंबई इंडियंस ने आठ विकेट पर 149 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया।पोलार्ड ने 25 गेंदों पर नाबाद 41 रन में तीन चौके और तीन छक्के लगाए। पोलार्ड ने पारी की आखिरी 2 गेंदों पर ड्वेन ब्रावो पर 2 चौके मारकर मुंबई को 149 तक पहुंचाया। ओपनर क्विंटन डी कॉक ने 29, कप्तान रोहित शर्मा ने 15, सूर्यकुमार यादव ने 15, ईशान किशन ने 23 और हार्दिक पांड्या ने 16 रन बनाए।
मुंबई के कप्तान रोहित ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम की शुरुआत अच्छी रही और डी कॉक तथा रोहित ने पहले विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की लेकिन मुंबई ने फिर इसी स्कोर पर दोनों ओपनरों के विकेट गंवा दिए। डी कॉक को शार्दुल ठाकुर ने और रोहित को दीपक चाहर ने आउट किया। दोनों ओपनरों के कैच विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने लपके। डी कॉक ने 17 गेंदों पर 29 रन में 4 छक्के लगाए जबकि रोहित ने 14 गेंदों पर 15 रन में 1 चौका और 1 छक्का लगाया।
सूर्यकुमार और किशन ने तीसरे विकेट के लिए 37 रन जोड़े लेकिन लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने सूर्यकुमार को बोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ दिया। सूर्यकुमार ने 17 गेंदों पर 15 रन में एक चौका लगाया। क्रुणाल पांड्या सात रन बनाने के बाद शार्दुल ठाकुर को उन्हीं की गेंद पर कैच थमा बैठे। किशन को ताहिर ने सुरेश रैना के हाथों कैच करा दिया। किशन ने 26 गेंदों पर 23 रन में तीन चौके लगाए।
हार्दिक पांड्या 10 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से 16 रन बनाकर चाहर की गेंद पर पगबाधा हो गए। चाहर ने राहुल को खाता खोलने का मौका नहीं दिया जबकि मिशेल मैकक्लेनेघन खाता खोले बिना रन आउट हो गए। पोलार्ड ने कुछ बुलंद शॉट लगाए और मुंबई को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया।
चेन्नई की तरफ से चाहर ने 26 रन पर 3 विकेट, ठाकुर ने 37 रन पर 2 विकेट और ताहिर ने 23 रन पर दो विकेट लिए। ताहिर ने इन 2 विकेटों के साथ टूर्नामेंट में अपने विकेटों की संख्या 26 पहुंचा कर सर्वाधिक विकेट के लिए पर्पल कैप अपने नाम कर ली।