Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

IPL 2020 : डैरेन सैमी का दिल पिघला, 'कालू' कहने वाले ईशांत शर्मा को माना भाई

हमें फॉलो करें IPL 2020 : डैरेन सैमी का दिल पिघला, 'कालू' कहने वाले ईशांत शर्मा को माना भाई
, गुरुवार, 20 अगस्त 2020 (02:19 IST)
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी (Darren Sammy) के लिए ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) अब भी ‘भाई की तरह’ ही हैं और उन्हें इस भारतीय तेज गेंदबाज के खिलाफ कोई नाराजगी या गुस्सा नहीं है, जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान उन्हें मजाक में नस्ली रूप से आपत्तिजनक शब्द (कालू) से पुकारते थे।
 
सैमी ने आरोप लगाया था कि 2014 और 2015 में सनराइजर्स हैदराबाद के दौरान उन्हें अकसर ‘कालू’ (काला) के नाम से पुकारा जाता था और इस नस्लीय शब्द का मतलब उन्हें हाल में ही पता चला था।
 
ईशांत शर्मा के अधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर लगाई हुई एक फोटो के ‘कैप्शन’ में वेस्टइंडीज के इस खिलाड़ी के लिए इस शब्द का उपयोग किया था और यह उनके आरोप का साक्ष्य भी है। नाराज सैमी ने शुरू में इसके लिए माफी की मांग की थी लेकिन बाद में उन्होंने नरमी दिखाते हुए बातचीत करने को कहा।
 
कैरेबियाई प्रीमियर लीग की उनकी फ्रेंचाइजी सेंट लुसिया जौक्स द्वारा करवाए गए साक्षात्कार में सैमी ने कहा, मुझे कोई नाराजगी नहीं है। मैंने ईशांत शर्मा से बात की। मैं उन्हें अब भी उसी तरह भाई मानता हूं जैसा कि मैं 2014-2015 में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए मानता था। 
 
दो बार के टी20 विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान ने स्पष्ट किया कि वह ईशांत के मामले में आगे बढ़ गए हैं लेकिन अगर कोई भी इस शब्द का इस्तेमाल करता है तो वह इस पर सवाल पूछना नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा, लेकिन अगर मुझे पता चला कि इस नस्ली शब्द का इस्तेमाल मेरे लिए फिर से किया जा रहा है तो जब भी मुझे पता चलेगा मैं इसके बारे में सवाल पूछूंगा और मैंने ऐसा ही किया था। 
 
उन्होंने कहा, मैंने बात की और इसके बारे में आवाज उठाई और मैं इससे आगे बढ़ गया। इन मुद्दों से क्रिकेट जगत में बातचीत शुरू हो गई। मुझे इसके बारे में बात करने से कोई पछतावा नहीं है। वेस्टइंडीज में 232 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके सैमी अश्वेत लोगों के खिलाफ होने वाले नस्लवाद के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मेरी मां ने मुझे इसी शिक्षा से साथ बड़ा किया है। आप जिन चीजों पर भरोसा करते हो, उनके खिलाफ आपको खड़ा होना चाहिए, भले ही यह आपके खिलाफ अन्याय किया जा रहा हो या फिर आपके साथियों के खिलाफ। यह महज एक अभियान नहीं है क्योंकि अश्वेत लोगों का जीवन भी मायने रखता है। सैमी ने कहा, वर्षों से हमारे रंग के आधार पर हमारे साथ नस्ली रूप से भेदभाव किया जा रहा है। हमने बहुत कुछ सहा है। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

CPL 2020 : ग्लैन फिलिप्स और आसिफ अली की तूफानी पारी ने जमैका की नैया पार लगाई