दुबई। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (Royal Challengers Bangalore) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) पर अप्रिय टिप्पणी करने के बाद विवाद के बढ़ने के बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है।
विराट किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) के खिलाफ खराब खेले थे। मैच के दौरान 2 कैच छोड़ने के बाद कोहली बल्लेबाजी में भी विफल रहे और 5 गेंदों पर महज एक रन ही बना सके। जिसके बाद कॉमेंट्री करने के दौरान गावस्कर को यह कहते हुए सुना गया था कि विराट लॉकडॉउन में अपनी पत्नी अनुष्का की गेंदबाजी पर खेल रहे थे और इससे उन्हें कोई फायदा नहीं मिलेगा।
गावस्कर ने कहा कि मैं कोहली को जानता हूं। वे जितना अभ्यास करेंगे उतना बेहतर बनेंगे। जब लॉकडाउन थे तो सिर्फ अनुष्का की गेंदबाजी पर उन्होंने अभ्यास किया, हमने वीडियो देखी है, उससे कुछ नहीं होना है।
गावस्कर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद विराट के प्रशंसकों ने गावस्कर की कड़ी आलोचना की। अनुष्का को भी गावस्कर की बात का बहुत बुरा लगा और उन्होंने भी सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली।
यही नहीं, गावस्कर की टिप्पणी कोहली और अनुष्का के प्रशंसकों को भी अच्छी नहीं लगी और इनमें से कुछेक ने तो बीसीसीआई से गावस्कर को स्टार स्पोर्ट्स के कमेंट्री पैनल से बर्खास्त करने का भी अनुरोध कर दिया और सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना की।
मामला बढ़ते देख गावस्कर ने चेन्नई सुपर किंग्स और दिल्ली कैपिटल के बीच शुक्रवार को मुकाबले के दौरान सफाई देते हुए कहा, 'मैंने विराट और अनुष्का का वीडियो देखा था, जिसमें अनुष्का विराट को गेंद डाल रही थीं। मेरा बयान इसी संदर्भ में था। जिन्होंने इसे मुद्दा बनाया है, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे पहले बात को पूरी तरह सुने फिर अपनी राय दें। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।'
अनुष्का शर्मा की नाराजगी : अनुष्का ने इस पर प्रतिक्रिया करते हुए अपने इंस्टाग्राम पेज पर एक बयान डाला और कहा कि गावस्कर की टिप्पणी ‘अप्रिय’ थी। वह इस बात से खफा थीं कि इतने सम्मानजनक क्रिकेटर ने उनके नाम का जिक्र बेवजह किया। उन्होंने लिखा, ‘मिस्टर गावस्कर आपका संदेश अप्रिय था, यह तो सच है लेकिन मैं चाहूंगी कि आप इसका जवाब दें कि आपने एक पत्नी पर ऐसी बेकार टिप्पणी करने की क्यों सोची जिसमें उस पर अपने पति के खेल के लिए आरोप लगाया गया हो?’
उन्होंने लिखा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि खेल की कमेंट्री करते समय आपने इतने वर्षों तक हर क्रिकेटर की निजी जिंदगी का सम्मान किया। आपको नहीं लगता कि आपको मेरे और हमारे लिये इतना ही सम्मान रखना चाहिए?’ उन्होंने लिखा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे पति के प्रदर्शन पर टिप्पणी करने के लिये आप अपने दिमाग में कई शब्द और वाक्य रख सकते थे या फिर आपके शब्द तभी उचित होते जब आप इसमें मेरे नाम का इस्तेमाल करते?’
पिछले कुछ वर्षों में कुछ मौकों पर बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का को 31 साल के कोहली के मैदान पर खराब प्रदर्शन के लिये जिम्मेदार ठहराया गया। उन्होंने कहा, ‘यह 2020 है और चीजें मेरे लिए अब तक नहीं बदली हैं। कब मुझे क्रिकेट में खींचा जाना और इस तरह के भद्दे बयान के लिये इस्तेमाल किया जाना बंद होगा? मिस्टर गावस्कर, आप एक महान खिलाड़ी हैं जिनका नाम इस भद्रजनों के खेल में सबसे ऊंचा है। सिर्फ आपको बताना चाहती थी कि जब मैंने आपको यह कहते हुए सुना तो मुझे क्या महसूस हुआ।’
गावस्कर ने कहा, मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया : गावस्कर ने कहा कि मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया, जिसे सोशल मीडिया पर महिला विरोधी बताया जा रहा है। गावस्कर ने कहा कि उनके बयान को सही संदर्भ में नहीं समझा गया।
गावस्कर ने 'इंडिया टुडे' चैनल से कहा, ‘सबसे पहले, मैं पूछना चाहूंगा कि मैं उन्हें (अनुष्का) कहां दोष दे रहा हूं, मैं उन्हें दोष नहीं दे रहा हूं। मैं केवल यह कह रहा हूं कि वीडियो में देखा गया कि वह विराट को गेंदबाजी कर रही थीं। विराट ने इस लॉकडाउन अवधि में केवल इतनी गेंदबाजी पर अभ्यास किया है।’
उन्होंने कहा, ‘यह टेनिस बॉल से मनोरंजक मुकाबला था, जिसने लोगों को लॉकडाउन के दौरान समय गुजारने में मदद की। बस इतना ही, अब इसमें मैं उन्हें विराट की विफलताओं के लिए कहां जिम्मेदार ठहरा रहा हूं।’ गावस्कर ने सोशल मीडिया पर उन आरोपों को भी खारिज किया कि उन्होंने ‘महिला विरोधी टिप्पणी’ की थी।
उन्होंने कहा, ‘मैं उनमें से हूं, जिसने हमेशा दौरे पर खिलाड़ियों के साथ पत्नियों को ले जाने की वकालत की है। मैंने हमेशा कहा है कि जब आम नौकरीपेशा इंसान 9 से 5 तक ऑफिस में काम करके घर आता है तो वह अपनी पत्नी के पास वापस आता है, उसी तरह क्रिकेटर के साथ उनकी पत्नियां क्यों नहीं हो सकतीं?’
उन्होंने अपनी टिप्पणी को समझाने की कोशिश करते हुए कहा, ‘आप कमेंट्री में सुन सकते हैं कि आकाश चोपड़ा इस तथ्य के बारे में बात कर रहे थे कि लॉकडाउन में किसी को भी उचित अभ्यास के लिए बहुत कम मौका मिला।’
गावस्कर ने कहा, ‘कुछ खिलाड़ियों के पहले मैच में इसका असर देखने को मिला। रोहित शर्मा गेंद को अच्छी तरह से हिट नहीं कर पा रहे थे लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने रन बनाए। एमएसडी (महेंद्र सिंह धोनी) पहले मैच में गेंद को अच्छे से हिट नहीं कर पा रहे थे।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने उस दौरान सिर्फ यही कहा कि अनुष्का उन्हें (विराट को) गेंदबाजी कर रही थीं। मैंने किसी और शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, सिर्फ कहा ‘अनुष्का गेंदबाजी कर रही थी’, इसमें मैं उन्हें (अनुष्का) कहां दोषी कहा ठहरा रहा हूं, इसमें महिला विरोधी बात कहां है।’
गावस्कर ने कहा, ‘मैं सिर्फ यह कहने की कोशिश कर रहा था कि लॉकडाउन में विराट या किसी दूसरे क्रिकेटर को अभ्यास का मौका नहीं मिला।’उन्होंने कहा, ‘मेरी बातें महिला विरोधी नहीं थी। अगर किसी ने इसकी ऐसे व्याख्या की तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं।’ (एजेंसियां)