दुबई। टीम इंडिया और आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने खुलासा किया है कि कोरोना के कारण लॉकडाउन में उन्हें जरूरी ब्रेक मिला था और उन्होंने इस दौरान क्रिकेट को उतना 'मिस' नहीं किया जितना उन्हें लग रहा था। विराट ने पिछले 6 महीने से बल्ला नहीं उठाया था और आईपीएल (IPL) के लिए यहां टीम के नेट सत्र में जाकर लम्बे समय बाद उन्होंने बल्ला उठाया।
31 वर्षीय विराट ने आरसीबी के यूट्यूब कार्यक्रम ‘बोल्ड डायरीज’ में कहा कि देश में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान उन्हें क्रिकेट की कमी नहीं खली। उन्होंने साथ ही कहा कि वह पिछले 10 वर्षों से लगातार खेल रहे थे और यह ब्रेक भी एक अलग तरह का अनुभव था क्योंकि इतने वर्षों में उन्हें पहली बार इतना लम्बा ब्रेक मिला।
आईपीएल का यह सत्र संयुक्त अरब अमीरात में जैव सुरक्षा वातावरण में खेला जाएगा और खिलाड़ियों तथ स्टाफ को कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बताया है कि आईपीएल में अभी तक लगभग 2000 कोरोना टेस्ट किए गए हैं और चेन्नई सुपरकिंग्स के 2 खिलाड़ियों सहित 13 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिन्हे अब आइसोलेशन में रखा गया है।
विराट ने कहा कि वह आईपीएल में कोरोना महामारी के बीच क्रिकेट खेलने के महत्व को समझते हैं और वह चाहते हैं कि आईपीएल में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ी और अन्य सदस्य टूर्नामेंट के जैव सुरक्षा वातावरण का पालन करें।
भारतीय कप्तान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि सभी को बीसीसीआई की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) और जैव सुरक्षा वातावरण के प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा क्योंकि सभी यहां क्रिकेट खेलने आए हैं और कोई यहां मस्ती करने और इधर उधर घूमने नहीं आया है।
इससे पहले विराट ने अपने पहले अभ्यास सत्र के बाद कहा था कि टीम का पहला नेट सत्र उम्मीद से कहीं बेहतर रहा। बेंगलुरु टीम दुबई में आईसीसी अकादमी में अभ्यास कर रही है। विराट लगभग छह महीनों में पहली बार नेट में उतरे और अभ्यास सत्र से काफी संतुष्ट नजर आये।
विराट ने क्लब की वेबसाइट पर कहा, ईमानदारी से कहूं तो सत्र उम्मीद से कहीं बेहतर रहा। मैं कुछ डरा हुआ था क्योंकि मैंने पांच महीनों से बल्ला नहीं उठाया था लेकिन नेट में मेरा बल्लेबाजी अभ्यास बेहतर रहा। मैंने लॉकडाउन में कुछ ट्रेनिंग की थी और अब मैं खुद को फिट महसूस कर रहा हूं।
कप्तान ने शारीरिक फिटनेस को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, यदि आपका शरीर हल्का महसूस कर रहा है तो आप अभ्यास में खुद को बेहतर महसूस करेंगे। मुझे लग रहा है कि मुझे गेंद खेलने के लिए ज्यादा समय मिल रहा है। यह काफी सकारात्मक है। यदि आपका शरीर बोझिल रहता है तो आपका मूवमेंट प्रभावित होता है और इसका सीधा असर दिमाग पर जाता है। इसलिए मैंने कहा कि सत्र मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा बेहतर रहा।