दुबई: कप्तान केएल राहुल की 42 गेंद में आठ छक्कों और सात चौके जड़ित नाबाद 98 रन की पारी की बदौलत पंजाब किंग्स ने गुरूवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग के अंतिम लीग मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को छह विकेट से हरा दिया।केएल राहुल शतक तो चूक गए लेकिन औरेंज कैप वापस पाने में सफल रहे।
जीत के लिये 135 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स ने 13 ओवर में जीत हासिल की जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पास राहुल की आक्रामक पारी को रोकने का कोई तरीका नहीं था।मैन ऑफ द मैच रहे राहुल ने शुरू से ही आक्रामकता बरती और सीएसके के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ायीं। इस स्टाइलिश दायें हाथ के बल्लेबाज ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर गगनचुंबी छक्का जड़कर मैच खत्म किया।
पहले के कुछ मैचों में पंजाब किंग्स के कप्तान के रवैये की आलोचना की गयी थी जिसमें वह मैच को आगे तक खींच कर ले गये थे और पंजाब की टीम जीत नहीं दर्ज कर पायी थी। राहुल के स्ट्राइक रेट की भी इस चरण के दौरान आलोचना की गयी और अंत में उनकी बल्लेबाजी में आक्रामकता वापस आ गयी।लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा तब हुआ जब उनके लिये प्लेआफ के दरवाजे बंद हो गये थे।
मैच की शुरुआत में ही केएल राहुल ने अपनी औरेंज कैप खोयी थी और मैच के अंत में ही केएल राहुल ने अपनी औरेंज कैप वापस पा ली। कुल 14 मैचों में 62 की औसत से 626 रन बना चुके हैं। उनका आज का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा। अब इस टूर्नामेंट के अंत में उनकी औरेंज कैप सिर पर सजी रहती है या नहीं यह देखने वाली बात होगी क्योंकि यह पंजाब का आखिरी मुकाबला था।
राहुल ने इच्छानुसार बाउंड्री और छक्के जड़ना जारी रखा जबकि अन्य खिलाड़ी दूसरे छोर पर कोई उपयोगी योगदान नहीं कर सके।
राहुल और मयंक अग्रवाल ने महज 4.3 ओवर में 46 रन जोड़ लिये थे। इसके बाद कप्तान ने शाहरूख खान (08) के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिये चार ओवर में 34 रन जोड़े।सीएसके का कोई भी गेंदबाज राहुल की आकर्षक पारी को रोक नहीं पा रहा था जो अपनी टीम के नेट रन रेट को बढ़ाने के प्रयास में तेजी से रन बना रहे थे। इस आसान जीत के बावजूद पंजाब किंग्स का नेट रन रेट तालिका में चौथे स्थान पर काबिज कोलकाता नाइट राइडर्स से बेहतर नहीं हो सका। दोनों टीमों के अब 12 अंक हैं।
शार्दुल ठाकुर ने तीन ओवर में 28 रन देकर तीन विकेट झटके और वह सीएसके के दिन के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज रहे जबकि अन्य गेंदबाज राहुल के सामने कुछ नहीं कर सके जिसमें दीपक चाहर (चार ओवर में 48 रन देकर एक विकेट), जोश हेजलवुड (तीन ओवर में 28 रन देकर कोई विकेट नहीं) और ड्वेन ब्रावो (दो ओवर में 32 रन) शामिल थे।
इससे पहले पंजाब किंग्स ने सीएसके को सलामी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस के 55 गेंद में 76 रन के बावजूद छह विकेट पर 134 रन ही बनाने दिये।सीएसके अनुभवी खिलाड़ी डु प्लेसिस की अर्धशतकीय पारी की बदौलत ही यह स्कोर बना सकी जिन्होंने अंतिम दो ओवर में 26 रन जोड़े।
पंजाब किंग्स के लिये लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने अपने स्पैल से प्रभावित किया जिसमें उन्होंने चार ओवर में 25 रन देकर सीएसके के कप्तान धोनी का विकेट झटका जबकि अर्शदीप सिंह और क्रिस जोर्डन ने दो दो विकेट झटके।
डु प्लेसिस ने अकेले बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभालते हुए पंजाब के गेंदबाजों का डटकर सामना किया। 18वें ओवर में उन्होंने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के प्रयास में जोर्डन के तीसरे ओवर में दो बाउंड्री लगायी।
दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी ने फिर दो और छक्के जड़े जिसमें अर्शदीप के ओवर के अलावा अंतिम ओवर में मोहम्मद शमी पर लगा। रविंद्र जडेजा 17 गेंद में एक छक्के से 15 रन बनाकर नाबाद रहे।इससे पहले चौथे ओवर में चेन्नई ने अपने फार्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज रितुराज गायकवाड़ (12) का विकेट गंवा दिया जिन्हें अर्शदीप ने अपनी बाउंसर गेंद पर मिडविकेट पर कैच आउट कराया।
पर इसके बाद मोईन अली खाता भी नहीं खोल सके और अर्शदीप के दूसरे शिकार बने जिनकी गुडलेंथ गेंद उनके बल्ले को चूमकर सीधे विकेटकीपर और कप्तान केएल राहुल के हाथों में समा गयी।
सीएसके के पावरप्ले में दो विकेट पर 30 रन के स्कोर से पता चलता है कि पंजाब के गेंदबाजों को खेलने में उनके बल्लेबाजों को कितनी परेशानी हो रही थी। शमी का पहला स्पैल शानदार रहा जिसमें उन्होंने केवल छह रन दिये।
रॉबिन उथप्पा ने क्रीज पर जमने की कोशिश में छह गेंद ही खेली थी कि जोर्डन की गेंद पर क्षेत्ररक्षक हरप्रीत बरार ने डीप स्क्वायर लेग पर भागते हुए उनका कैच लपका।अंबाती रायुडू भी आते ही चलते बने और जोर्डन ने उन्हें अपना दूसरा शिकार बनाया।
तीन बार की चैम्पियन सीएसके का स्कोर 10 ओवर में 50 रन था।खराब फार्म से जूझ रहे धोनी ने बिश्नोई की गुगली पर आउट होने से पहले 12 रन बनाये।