कल मुंबई की जीत के बाद कोलकाता की जीत मे जिन दो नामों की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। उनमें से एक नाम है वैंकटेश अय्यर जो पिछल कुछ दिनों पहले भी सुर्खियों में रहा था। लेकिन जो दूसरा नाम है वह है राहुल त्रिपाठी जिन्होंने अय्यर से भी तेज पारी खेलकर कोलकाता के फैंस को जश्न मनाने का मौका दिया।
शुभमन के 13 रन पर आउट होने के बावजूद अय्यर अपने अंदाज में खेलते रहे और राहुल त्रिपाठी के साथ मिल कर दूसरे विकेट के लिए 88 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। दोनों ने ताबड़तोड़ तरीके से खेलते हुए मुंबई के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी। वेंकटेश ने जहां चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 30 गेंदों पर 53 रन की विस्फोटक पारी खेली। वहीं राहुल ने विस्फोटक अंदाज में खेलते हुए अाठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 42 गेंदों पर नाबाद 74 रन बनाए। वह अंत तक क्रीज पर रहे और टीम को जीत दिलाई।
ऐसा रहा आईपीएल का सफर
महेंद्र सिंह धोनी के शहर में जन्में राहुल त्रिपाठी ने साल 2017 में अपना आईपीएल पदार्पण किया। राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स के ने उन्हें महज 10 लाख के बेस प्राइस में लिया लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से बताया कि वह कहीं ज्यादा मूल्य के खिलाड़ी हैं। इस सीजन में उन्होंने 14 मैच खेले और 144.4 की स्ट्राइक रेट से 391 रन बना डाले। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 93 रनों का रहा।
यह सीजन राहुल त्रिपाठी के लिए गेम चेंजर साबित हुआ और उन्हें अगले सीजन में टीमें लेने के लिए उतारू हो गई।
राजस्थान से जुड़ने पर खो गई चमक
साल 2018 में राहुल त्रिपाठी को 3.40 करोड़ की रकम में राजस्थान रॉयल्स ने अपनी टीम में लिया। लेकिन राजस्थान से जुड़ने के बाद वह अपना प्रदर्शन बरकरार नहीं रख पाए। इस सीजन में उन्होंने 12 मैचों में 226 रन बनाए। आईपीएल के अगले सीजन में उनके प्रदर्शन में और गिरावट देखी गई जिसमें उन्होंने 141 रन बनाए। राजस्थान ने आखिरकार उन्हें रीलीज कर दिया।
हालांकि इस प्रदर्शन का एक कारण उनका बल्लेबाजी क्रम भी रहा। पुणे की टीम में वह एक सलामी बल्लेबाज थे जबकि राजस्थान रॉयल्स के लिए वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर रहे थे।
साल 2020 में जुड़े केकेआर से
साल 2020 में कोलकाता नाइट राइडर्स से वह सिर्फ 60 लाख में जुड़ गए। सीजन के चौथे मै में जाकर उन्हें आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला। लेकिन उन्होंने 16 गेंदो में 36 रन जड़कर बता दिया कि वह तेजी से रन बनाने के लिए ही बने हैं और टीम का फायदा तभी है जब उन्हें ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी मिले।
इस सीजन में सबसे खास पारी चेन्नई के खिलाफ आयी। राहुल ने 51 गेंदों पर 81 रन की बेहतरीन पारी में 8 चौके और 3 छक्के लगाए थे। उन्होंने अकेले अपने दम पर कोलकाता की पारी को संभाले रखा था। इस मैच को कोलकाता ने 10 रनों से जीता था।
इस सीजन में उन्होंने 9 मैचों में 127 की स्ट्राइक रेट से 230 रन बनाए थे।
2021 में भी बोल रहा है बल्ला
कल के मैच में तो राहुल त्रिपाठी ने लाजवाब बल्लेबाजी की ही है। लेकिन कुल मिलाकर भी यह सीजन उनके लिए अच्छा रहा है। कोलकाता के मध्यक्रम में वह एक विशेष स्थान बना लिया है। उन्होंने अब तक इस सीजन में 8 मैचों में 261 रन बनाए हैं। आने वाले मैचों में भी कोलकाता को उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। (वेबदुनिया डेस्क)