राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीता और गेंदबाजी करने का फैसला किया।इस टीम के दोनों ही विकेटकीपर कप्तान हैं। दोनों ही टीमों ने अपने पिछले मैच जीते हैं। हालांकि राजस्थान को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए जीत की दरकार ज्यादा है।
दोनों टीमों ने अपने एकादश में बदलाव किया है। राजस्थान ने जहां एविन लुईस और क्रिस मॉरिस की जगह पर डेविड मिलर अौर तबरेज शम्सी को टीम में शामिल किया, वहीं दिल्ली ने मार्कस स्टॉयनिस की जगह पर ललित यादव को एकादश में शामिल किया है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
राजस्थान रॉयल्स: संजू सैमसन (कप्तान एवं विकेटकीपर), यशस्वी जैसवाल, लियाम लिविंगस्टोन, डेविड मिलर, महिपाल लोमरोर, रियान पराग, राहुल तेवतिया, कार्तिक त्यागी, चेतन सकारिया, मुस्तफिजुर रहमान, तबरेज शम्सी।
दिल्ली कैपिटल: ऋषभ पंत (कप्तान एवं विकेटकीपर), पृथ्वी शॉ, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, ललित यादव, शिमरन हेत्मायर, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, कैगिसो रबादा, एनरिक नॉर्त्जे, अावेश खान।
राजस्थान रॉयल्स अपने कुछ अहम खिलाड़ियों के बिना दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ उतरेगी। हालांकि उनके लिए अच्छी बात यह है कि लुईस और जायसवाल ने अच्छा प्रदर्शन किया था जिससे बल्लेबाजी की समस्या सुलझती हुई दिख रही है।
संभवत राजस्थान यह निर्णय इस कारण भी लिया है क्योंकि आईपीएल 2021 के पहले भाग में राजस्थान ने दिल्ली को बाद में बल्लेबाजी करके ही हराया था।
क्या हुआ था पहले मैच मेंजयदेव उनादकट की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद डेविड मिलर और क्रिस मौरिस की तूफानी पारियों से राजस्थान रॉयल्स ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए दिल्ली कैपिटल्स को 3 विकेट से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में पहली जीत दर्ज की थी।
उनादकट (15 रन पर तीन विकेट) और मुस्ताफिजुर रहमान (29 रन पर 2 विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने कप्तान ऋषभ पंत (51) के अर्द्धशतक के बावजूद दिल्ली की टीम 8 विकेट पर 147 रन ही बना सकी थी। उनके अलावा टॉम कुरेन (21) और ललित यादव (20) ही 20 रन के आंकड़े को छू पाए थे। रॉयल्स की सटीक गेंदबाजी का अंदाजा इस बात से लग सकता है कि दिल्ली की पारी में एक भी छक्का नहीं लगा था।
इसके जवाब में रॉयल्स के डेविड मिलर (62) और मौरिस (18 गेंद में नाबाद 36 रन, चार छक्के) की तेजतर्रार पारियों से आवेश खान (32 रन पर 3 विकेट), क्रिस वोक्स (22 रन पर दो विकेट) और कागिसो रबादा (30 रन पर दो विकेट) की तूफानी गेंदबाजी के बावजूद 19.4 ओवर में 7 विकेट पर 150 रन बनाकर जीत दर्ज करने में सफल रही थी। उनादकट 11 रन बनाकर नाबाद रहे थे।