कुछ मैच होतें हैं जो बल्लेबाज जिताते हैं, कुछ मैच ऐसे होते है जो गेंदबाज जिताते हैं और बचे हुए कुछ मैच ऐसे होते हैं जो कप्तान जिताते हैं। कल मुंबई इंडियन्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच हुआ मैच में फर्क कप्तानी का ही था।टी-20 में बेहतर कप्तान वह ही माना जाता है जो अंतिम सांस तक लड़े और जब सामने वाली टीम जीत की ओर बढ़ रही हो तो आक्रमकता दिखा कर विकेट लेने की कोशिश करे ना कि रन बचाने की कोशिश।
रोहित शर्मा ने ऐसी ही बेहतरीन कप्तानी का मुजायरा कल कोलकाता नाइट राइडर्स से हुए मैच में दिखाया। 153 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता नाइट राइडर्स 8.5 ओवर में 72 पर बिना नुकसान के बल्लेबाजी कर रही थी। तब कोई सोच भी नहीं सकता था कि मुंबई इंडियन्स यह मैच जीतने में सफल होगी।
लेकिन रोहित शर्मा ने धीमी होती हुई पिच पर राहुल चहर से गेंदबाजी करवाते रहे।और राहुल चहर विकेट चटकाते रहे। कोलकाता के पहले 4 विकेट राहुल चहर ने लिए। कोलकाता के बल्लेबाजों को लग रहा था कि रन रेट अंत में हावी ना हो जाए इसलिए बड़े शॉट खेले जाएं इस प्रक्रिया में 1-2 विकेट भी चले जाएं तो कोई चिंता की बात नहीं है।
लेकिन कोलकाता की इस योजना में 1-2 नहीं 4 विकेट गिर गए। खासकर 56 रन बनाने वाले नितीश राणा का विकेट उन्हे बहुत अखर गया। इसके बाद कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी को और अधिक आक्रमक कर लिया।
यही नहीं कल कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजी भी की वह भी तब जब पहली गेंद करने से पहले ही उनके पैर में चोट आ गई थी। इस ओवर की पहली गेंद पर भी वह शाकिब का विकेट लेने के बेहद करीब थे। बहरहाल उन्होंने राणा के विकेट के बाद जो किया उस से ट्विटर पर उनकी कप्तानी की तारीफों के पुल बंधने लग गए।
रोहित शर्मा ने आंद्रे रसेल के लिए एक क्लासिक टेस्ट फील्डिंग सजाई। इसमें एक स्लिप और एक बल्लेबाज के ठीक सामने खिलाड़ी रखा गया ताकि बल्लेबाज का ध्यान भंग हो। रसेल को आउट करने की रणनीति लगभग काम कर ही गई थी।
लेकिन पहल क्रुणाल पांड्या ने अपनी ही गेंद पर आंद्रे रसेल का कैच छोड़ा, उसके बाद जसप्रीत बुमराह ने एक आसान सा कैच छोड़ दिया। यही नहीं अगले ओवर में बुमराह ने एक नॉ बॉल डाल दी जिसपर रसेल ने चौका जड़ा। ऐसा लग रहा था कि इस शॉट के बाद रसेल हाथ खोल देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अंतिम ओवर में ट्रैंट बोल्ट ने जैस ही उनका कैच अपनी ही गेंद पर लपका मुंबई की जीत बस औपचारिकता मात्र रह गई थी। इस मैच के बाद रोहित शर्मा को राष्ट्रीय टी-20 टीम की कप्तानी सौंपने की मांग भी ट्विटर पर जबरदस्त तरीके से उठी।
वहीं इयॉन मॉर्गन के साथ यह दूसरी बार हुआ है जब मैच कब्जे में था और उनकी कप्तानी में खेल रही टीम हार गई। इससे पहले भारत दौरे पर इंग्लैंड की टीम 335 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 2 विकेट खोकर 169 रन 22 ओवर में बना चुकी थी, फिर भी यह मैच इंग्लैंड के हाथ से फिसल गया था। (वेबदुनिया डेस्क)