नई दिल्ली: आईपीएल के 2022 सीजन में बायो-बबल का उल्लंघन खिलाड़ियों और अधिकारियों को भारी पड़ेगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टूर्नामेंट में कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का मन बनाया है।
पारिवारिक सदस्य को भी नहीं बख्शा जाएगा
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएल 2022 के दौरान खिलाड़ियों और टीम के अधिकारियों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर गंभीर प्रतिबंध और जुर्माना लगाया जा सकता है, जिसमें एक मैच के निलंबन से लेकर सात दिन के क्वारंटीन और टूर्नामेंट से बाहर किया जाना तक शामिल है। वहीं इस बार किसी खिलाड़ी या मैच अधिकारी के पारिवारिक सदस्य को भी नहीं बख्शा जाएगा। बायो-बबल के उल्लंघन के मामले में उन पर भी गंभीर प्रतिबंध लगेंगे।
इसके अलावा अगर कोई टीम जानबूझकर किसी बाहरी व्यक्ति को टीम के बायो-बबल में आने देती है तो उसे पहली चूक के लिए एक करोड़ रुपए का जुर्माना और इसके बाद कोई चूक होने पर अंक तालिका से एक या दो अंक का नुकसान उठाना होगा।
बीसीसीआई ने आईपीएल 2022 के लिए अपने संचालन नियमों में कहा, “ कोरोना वायरस लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है और एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए किए गए उपायों के लिए इन परिचालन नियमों के अधीन प्रत्येक व्यक्ति द्वारा इसमें सहयोग, प्रतिबद्धता और पालन सर्वोपरि है। ”
बीसीसीआई की ओर से खिलाड़ी, टीम अधिकारी या मैच अधिकारी द्वारा बायो-बबल के उल्लंघन पर तय किए दंड के अनुसार पहली बार उल्लंघन करने वाले को सात दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा। दूसरी बार उल्लंघन पर सात दिन का क्वारंटीन पूरा होने के बाद एक मैच के निलंबन का जुर्माना होगा। इसमें हालांकि कोई जुर्माना नहीं भरना होगा। वहीं अगर कोई तीसरी बार बायो-बबल का उल्लंघन करता है तो उसे शेष टूर्नामेंट के लिए टीम से बाहर कर दिया जाएगा और उसकी जगह रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की अनुमति भी नहीं होगी।
खिलाड़ियों और अधिकारियों के पारिवारिक सदस्यों की बात करें तो उन्हें भी पहली बार बायो-बबल के उल्लंघन पर सात दिन के क्वारंटीन में रहना होगा। साथ ही संबंधित खिलाड़ी, टीम अधिकारी और मैच अधिकारी को भी क्वारंटीन में भेज दिया जाएगा। वहीं अगर दूसरी बार उल्लंघन होता है तो पारिवारिक सदस्य को शेष टूर्नामेंट के लिए बायो-बबल से बाहर कर दिया जाएगा।
इसके अलावा अगर कोई टीम जानबूझकर किसी भी बाहरी व्यक्ति को बायो-बबल में खिलाड़ियों या सपोर्ट स्टाफ के साथ संपर्क करने की अनुमति देती है, उसे सात दिन के क्वारंटीन में रहना होगा और इसके बाद कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। पहली बार यह उल्लंघन होने पर संबंधित फ्रेंचाइजी को बीसीसीआई एक करोड़ रुपए का जुर्माना देना होगा, जबकि दूसरी बार यह उल्लंघन की स्थिति में अंक तालिका में से एक अंक काट लिया जाएगा और अगर तीसरी बार फिर यह दोहराया जाता है तो दो अंक की कटौती की जाएगी। दोनों बार उल्लंघन पर जुर्माना भी भरना होगा।
वहीं किसी खिलाड़ी या उसके परिवार के किसी सदस्य के बायो-बबल से अनधिकृत तरीके से निकलने पर संबंधित खिलाड़ी को आईपीएल 2022 के दौरान सात दिन के क्वारंटीन से गुजरना होगा। इसके साथ ही फ्रेंचाइजी को बीसीसीआई को प्रो-राटा लीग शुल्क का जुर्माना देना होगा जो खिलाड़ी को दिया जाता है।
इसके अलावा टूर्नामेंट के दौरान होटलों, प्रशिक्षण स्थलों और यात्रा के दौरान किसी प्रकार का उल्लंघन न हो, इसके लिए बीसीसीआई फ्रेंचाइजी के साथ मिल कर काम करेगा। अगर लगातार उल्लंघन होता है तो बीसीसीआई परिचालन नियमों की धारा 6 के तहत इन मामलों का निपटान करेगा।
75 हजार रुपए का जुर्माना
कोरोना टेस्ट के वक्त गायब रहने वालों के लिए भी दंड निर्धारित किए गए हैं। पहली बार उल्लंघन पर चेतावनी दी जाएगी और बाद में ऐसा हाेने पर 75 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। ऐसा उल्लंघन करने वाले तब तक स्टेडियम या प्रशिक्षण स्थलों में प्रवेश के लिए पात्र नहीं होंगे, जब तक कि उनका छूटा हुआ कोरोना टेस्ट नहीं हो जाता।(वार्ता)