मुंबई: मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने इस महीने की शुरुआत में खेल के नियमों में कुछ बदलाव किये हैं, जिसमें कैच आउट होने पर मैदान में आने वाले नए बल्लेबाज़ को ही स्ट्राइक पर आना होगा। इससे पहले अगर कैच होने से पहले पिच पर मौजूद दोनों बल्लेबाज़ एक दूसरे को क्रॉस कर जाते थे, तब नॉन स्ट्राइकर एंड के बल्लेबाज़ को स्ट्राइक मिल जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
एमसीसी ने इस महीने की शुरुआत में क्रिकेट के नियमों में बदलाव किए हैं। इन नियमों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अक्टूबर महीने में लागू किया जायेगा। लेकिन 26 मार्च से शुरु होने वाले आईपीएल में नए नियमों को लागू करने का फैसला लिया गया है। नए नियमों के मुताबिक कैच आउट होने की परस्थिति में अब मैदान में प्रवेश करने वाले नये बल्लेबाज को ही स्ट्राइक पर आना होगा।
दरअसल पहले के नियम के मुताबिक कैच आउट होने से पहले स्ट्राइकर और नॉन स्ट्राइकर एक दूसरे को क्रॉस कर जाते थे, तब नये बल्लेबाज़ को नॉन स्ट्राइकर एंड पर जाना होता था। लेकिन अब नए नियमों के लागू होने के कारण ऐसा नहीं होगा। कैच आउट होने की किसी भी स्थिति में नये बल्लेबाज़ को ही स्ट्राइक मिलेगी। हालांकि ओवर की आखिरी गेंद पर कैच आउट होने की स्थिति में नये बल्लेबाज़ को नॉन स्ट्राइकर एंड पर जाना होगा।
एमसीसी के नए नियमों के साथ-साथ आईपीएल के आगामी सीज़न से रिव्यू को लेकर भी नए नियम लागू होंगे। मैच खेलने वाली दोनों प्रतिद्वंदि टीमों को एक पारी मे दो नाकामयाब रिव्यू लेने की छूट होगी। इससे पहले किसी टीम के पास सिर्फ एक असफल रिव्यू लेने का मौका होता था। यह नियम 2018 में खेले गये आईपीएल में लागू किया गया था। लेकिन इस सीज़न से इस नियम में भी परिवर्तन कर दिये गये हैं, लिहाज़ा अब प्रति पारी एक टीम के पास ऑन फ़ील्ड अंपायर से संतुष्ट न होने पर थर्ड अंपायर के पास जाने का एक और अतिरिक्त मौक़ा होगा।
मैच की रिशेड्युलिंग को लेकर आईपीएल की तकनीकी समिति लेगी अंतिम निर्णय:कोरोना के ख़तरे के लिहाज़ से भारत इस वक्त सुरक्षित माना जा रहा है। लेकिन बिग बैश लीग के दौरान मेलबर्न स्टार्स और ब्रिसबेन हीट के साथ उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनज़र किसी भी संभावना से इनकार करना जल्दबाज़ी होगी। आईपीएल के दौरान ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है जब किसी एक खास मैच से पहले किसी टीम के पास 12 खिलाड़ी उपलब्ध न रहें। जिसमें सात भारतीय खिलाड़ियों और एक सब्स्टीट्यूट का होना अनिवार्य है। यदि मैच के लिये किसी टीम के पास पर्याप्त संख्या में खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होते हैं, तो उस मैच को एक बार फिर शेड्यूल किया जायेगा।
अगर किसी कारणवश मैच को दोबारा शेड्यूल करना संभव नहीं हो पाता है, तब ऐसी स्थिति में इस मामले को आईपीएल की तकनीकी समिति के पास भेजा जायेगा। आईपीएल की तकनीकी समिति ही इस पर अंतिम निर्णय लेगी, जिसका अनुपालन बाध्यकारी होगा। इससे पहले मैच की रिशेड्यूलिंग को लेकर यह नियम था कि अगर किसी कारण मैच को दोबारा न खेले जाने की स्थिति उत्पन्न होती है तो इसका खामियाज़ा उस टीम को भुगतना होगा जिसके पास मैच के लिये पर्याप्त खिलाड़ियों की संख्या नहीं थी। उस टीम को बिना मैच खेले ही दो अंक गंवाने होंगे और इसका फायदा विपक्षी टीम को मिल जायेगा। विपक्षी टीम को मुफ्त में दो अंक मिल जायेंगे। लेकिन अब इस मसले पर अब आईपीएल की तकनीकी समिति ही कोई अंतिम फैसला लेगी।
अंक तालिका की अंतिम स्टैंडिंग के आधार पर तय होगी पुरस्कार राशि: आईपीएल के 14वें संस्करण से टूर्नामेंट में दस टीमें हिस्सा लेने जा रही हैं। बीसीसीआई ने पुरस्कार राशि के वितरण के संबंध में यह तय किया है कि लीग में अंतिम स्टैंडिंग के आधार पर ही फ्रैंचाइज़ियों की पुरस्कार राशि का भुगतान किया जायेगा। वेतन वृद्धि का निर्णय और उसका समायोजन भी आठ के बनिस्बत दस टीमों के आधार पर किया जायेगा।(वार्ता)