महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 28 रन) ने फिनिशर की अपनी भूमिका शानदार तरीके से निभाते हुए गुरुवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग के रोमांचक मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को तीन विकेट से जीत दिलायी जिससे मुंबई इंडियंस को लगातार सातवीं हार का सामना करना पड़ा।
मुंबई इंडियंस ने तिलक वर्मा की नाबाद 51 रन की अर्धशतकीय पारी से खराब शुरुआत से उबरते हुए सात विकेट पर 155 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में सीएसके ने सात विकेट पर 156 रन बनाकर दूसरी जीत दर्ज की।
अंतिम गेंद पर चौका मारकर माही ने जिताया
अंतिम ओवर में छह गेंद में 17 बनाने थे जिसकी पहली गेंद पर प्रिटोरियस (22) उनादकट की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। दूसरी पर ब्रावो ने एक रन बनाया और धोनी ने साइट स्क्रीन की ओर छक्का और फिर शार्ट फाइन लेग पर एक चौका जड़ दिया। पांचवीं गेंद में दो रन बने और अंतिम गेंद में चार रन बनाने थे। धोनी ने आराम से चौका लगाकर टीम को जीत दिलायी।
सोशल मीडिया पर फैंस ने कहा मान गए थाला
महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार खुद को साबित किया कि वह फिनिशर है। 13 गेंदो पर 3 चौके और 1 छक्का लगाकर 28 रन बनाने वाले महेंद्र सिंह धोनी के फैंस जीत के बाद गदगद हो गए और ट्विटर पर कहा कि थाला मान गए। कुछ ऐसे ट्वीट्स ट्विटर पर देखे गए।
चेन्नई शुरुआत से थी हार की कगार पर
सीएसके की शुरूआत भी अच्छी नहीं रही जिसके सलामी बल्लेबाज रूतुराज गायकवाड़ पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना सैम्स का शिकार हो गये।सैम्स ने टीम को दूसरा विकेट मिशेल सैंटनर (11 रन) को आउट कर दिलाया।
सीएसके को रॉबिन उथप्पा (30 रन) और अम्बाती रायुडू (40 रन) ने संभालते हुए तीसरे विकेट के लिये 50 रन जोड़े। उथप्पा (25 गेंद में दो चौके, दो छक्के) जयदेव उनदाकट की गेंद पर आसान कैच देकर आउट हुए।सीएसके ने 10 ओवर में तीन विकेट पर 68 रन बना लिये थे।
सैम्स ने शिवम दुबे (13 रन) के रूप में तीसरा विकेट और रायुडू (35 गेंद, दो चौके, तीन छक्के) के रूप में चौथा विकेट हासिल किया जो टीम के लिये काफी अहम विकेट थे।
इससे सीएसके ने 15 ओवर में पांच विकेट पर 104 रन बना लिये थे और उसे जीत के लिये 30 गेंद में 53 रन की जरूरत थी।सीएसके के पूर्व कप्तान धोनी और मौजूदा कप्तान रविंद्र जडेजा क्रीज पर थे।
जडेजा खराब क्षेत्ररक्षण की भरपायी बल्लेबाजी में भी नहीं कर सके और अगले ओवर में रिले मेरेडिथ की गेंद पर लांग ऑफ में तिलक वर्मा को कैच दे बैठे।फिर धोनी ने अंत में मैच का रूख बदल दिया और जडेजा ने टोपी उतारकर उन्हें सलामी दी।
ईशान और रोहित खाता भी नहीं खोल पाए
इससे पहले मुंबई इंडियस के 150 रन से ज्यादा के स्कोर में सीएसके के खराब क्षेत्ररक्षण का भी योगदान रहा जिसने कई बार विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को जीवनदान दिये और कप्तान जडेजा ही दो बार कैच लपकने में विफल रहे।
पर बायें हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज मुकेश चौधरी ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए तीन ओवर में 19 रन देकर तीन विकेट चटकाये जिसमें पहले ही ओवर में दो विकेट झटकना शामिल रहा।
मुंबई इंडियंस के लिये अंत में तिलक वर्मा (43 गेंद में तीन चौके, दो छक्के) का जयदेव उनादकट (नाबाद 19 रन, नौ गेंद में एक चौका और एक छक्का) ने अच्छा साथ निभाया जिससे टीम ने अंतिम दो ओवर में 29 रन जोड़े। इन दोनों ने आठवें विकेट के लिये 16 गेंद में नाबाद 35 रन की साझेदारी की।
मुंबई इंडियंस की शुरुआत काफी खराब रही, टीम ने पहले ही ओवर में दोनों सलामी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये जो खाता भी नहीं खोल सके।
पारी की दूसरी ही गेंद पर कप्तान रोहित शर्मा मिड ऑन पर मिशेल सैंटनर को आसान कैच देकर आउट हो गये।
फिर पांचवीं गेंद पर चौधरी ने इशान किशन के स्ंटप उखाड़ दिये।
अब डेवाल्ड ब्रेविस (04) और सूर्यकुमार यादव (32 रन, तीन चौके, एक छक्का) पर पारी को संभालने की जिम्मेदारी थी। दूसरे ओवर में ब्रेविस भाग्यशाली रहे कि जडेजा अंदाजा नहीं लगा सके और उनका कैच छूट गया।
लेकिन ब्रेविस ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके और मुंबई को तीसरा झटका भी चौधरी ने ही दिया। इससे जडेजा का कैच टपकाना टीम पर भारी नहीं पड़ा। तीसरे ओवर में चौधरी की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद ब्रेविस के बल्ले का किनारा चूमती हुई विकेटकीपर धोनी के हाथों में समां गयी। इस तरह तीन ओवर के बाद टीम का स्कोर तीन विकेट पर 23 रन था।
चौधरी ने दो ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट झटक लिये थे। उनके तीसरे ओवर में ड्वेन ब्रावो (36 रन देकर दो विकेट) स्लिप में तिलक वर्मा का आसान कैच लपकने से चूक गये, वर्ना उन्हें चौथा विकेट मिल गया होता।
मुंबई इंडियंस की उम्मीदें सूर्यकुमार पर टिकी थीं, जिन्होंने छठे ओवर में महीश तीक्ष्णा (35 रन देकर एक विकेट) की गेंद को स्वीप कर बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर पारी का पहला छक्का जड़ा।पावरप्ले में टीम का स्कोर तीन विकेट पर 42 रन था।
पर आठवें ओवर में सीएसके ने सूर्यकुमार को आउट कर मुंबई इंडियंस को करारा झटका दिया जो सैंटनर (16 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर डीप बैकवर्ड स्क्वायर पर चौधरी को आसान कैच देकर पवेलियन पहुंचे।
तिलक वर्मा और पदार्पण करने वाले ऋतिक शौकीन (25 रन, तीन चौके) एक दूसरे का अच्छा साथ निभाकर रन जोड़ रहे थे। पर पांचवें विकेट की यह 36 गेंद में 38 रन की साझेदारी 14वें ओवर में टूट गयी जब ब्रावो गेंदबाजी के लिये उतरे।
कीरोन पोलार्ड (14 रन) ने क्रीज पर उतरते ही ब्रावो पर थर्ड मैन पर चौका जमा दिया।पोलार्ड ने फिर अगले ओवर में तीक्ष्णा पर लांग आन पर गगनचुंबी छक्का जमाया और 15वें ओवर के बाद मुंबई का स्कोर पांच विकेट पर 100 रन था।
माही ने जाल बिछा कर पोलार्ड को किया आउट
पोलार्ड फिर तीक्ष्णा की गेंद का शिकार हो गये और डेनियल सैम्स को अगले ओवर में ब्रावो ने पगबाधा आउट किया।हालांकि महेंद्र सिंह धोनी को पोलार्ड के विकेट का श्रेय मिलना चाहिए क्योंकि उन्होंने ही मिड ऑन और मिड ऑफ में शिवम दुबे को खड़ा किया और कैच उनके हाथ में आया।
इसके बाद तिलक वर्मा और उनादकट ने टीम को 150 रन के पार पहुंचाया। मुंबई इंडियंस ने अंतिम पांच ओवर में दो विकेट गंवाकर 55 रन जोड़े।