Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

9वीं फेल रिंकू सिंह कभी लगाते थे झाड़ू, अब बन चुके हैं कोलकाता के फिनिशर

Advertiesment
हमें फॉलो करें 9वीं फेल रिंकू सिंह कभी लगाते थे झाड़ू, अब बन चुके हैं कोलकाता के फिनिशर
, बुधवार, 4 मई 2022 (15:55 IST)
आईपीेएल ने कई जिंदगियों को छुआ है और बदला है। ऐसी ही एक जिंदगी रिंकू सिंह की भी है।  केकेआर को शानदार जीत दिलाने वाले प्लेयर और मैन ऑफ द मैच अलीगढ़ के रिंकू सिंह रहे।

रिंकू सिंह ने 23 बॉल पर नाबाद 42 रन बनाए और 6 चौकों के साथ एक जोरदार छक्का लगाय। इतना ही नहीं, दमदार बैटिंग के साथ उनकी दमदार फील्डिंग भी दिखी, जहां रिंकू ने 2 कैच पकड़े। रिंकू सिंह ने नीतीश राणा के साथ चौथे विकेट के लिए 38 गेंद में 66 रनों की साझेदारी की। राणा ने भी 37 गेंद में 48 रन बनाये।

पिता करते थे सिलेंडर भिजवाने का काम

हालांकि यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। रिंकू पांच भाई बहनों में तीसरे हैं। रिंकू सिंह के पिता घर घर जाकर गैस डिलीवरी का काम करते थे। इसके अलावा उनका एक भाी रिक्शा चलाता था और एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाता था।

9वीं फेल हो गए थे रिंकू

9वीं कक्षा में फेल होने वाले रिंकू सिंह को ज्यादा पढ़ा लिखा ना होने के कारण ढंग की नौकरी नहीं मिल रही थी। उनके भाई उनको एक जगह लेकर गए जिसमें झाडू लगाने का काम था।

परिवार को था रिंकू के क्रिकेट प्रेम से दिक्कत

घर के हालात ऐसे थे और रिंकू क्रिकेट के लिए दीवाना था। परिवार का कोई भी सदस्य रिंकू के साथ उसके क्रिकेट करियर के फैसले पर सहमत नहीं था। हालांकि एक दिन रिंकू को साल 2012 में क्लब क्रिकेट के मैच में एक बाइक तोहफे में मिली तब परिवार रिंकू को क्रिकेट खेलने देने के लिए राजी हो गया।

परिवार पर पड़ा 5 लाख का लोन

साल 2015 भी रिंकू के परिवार के लिए अच्छा नहीं रहा। परिवार पर 5 लाख रुपए का लोन आ गया। ऐसे में उत्तर प्रदेश अंडर 19 टीम का हिस्सा रहे रिंकू ने जैसे तैसे परिवार का कर्ज उठाया।

2017 में मिली आईपीएल में एंट्री

साल 2017 में पंजाब किंग्स ने उनको 10 लाख रुपए में खरीदा। साल 2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उनको 80 लाख रुपए में खरीदा। हालांकि उनको मैदान पर उतरने का मौका नहीं मिला और वह एक सत्र में चोटिल होकर बाहर भी हुए। लेकिन साल 2022 की मेगा नीलामी में ना केवल उनको 55 लाख रुपए मिले बल्कि अंतिम 11 में भी मौका मिला।
राजस्थान के खिलाफ मैच के बाद रिंकू ने बताया कि अलीगढ़ के कई खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में भाग ले चुके हैं, लेकिन आईपीएल में शामिल होने वाले वह पहले प्लेयर हैं। उनका कहना है कि आईपीएल दूसरे घरेलू टूर्नामेंटों से अलग है. वह 5 साल से ऐसे मौके का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि घरेलू टूर्नामेंटों में उन्होंने खूब रन बनाए हैं, इसलिए उन्हें भरोसा था कि आईपीएल में वह बढ़िया प्रदर्शन करेंगे।  यह तय हो गया है कि रिंकू को अब आगे ही आगे जाना है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हार कर भी जीते हार्दिक, मयंक को टॉस जीतकर गेंदबाजी का तोहफा देने के पीछे था यह प्लान