इंतजार विराट कोहली से जुड़ी हुआ एक भाव बन गया है, जब वह अंतरराष्ट्रिय क्रिकेट खेल रहे थे तो उनके शतक का इंतजार होता था। अब जब वह आईपीएल खेल रहे हैं तो उनके अर्धशतक का इंतजार हो रहा है।
ऐसा नहीं है कि विराट कोहली इस सत्र में एक दम आउट ऑफ फॉर्म है। ऐसा लगता है कि वह फॉर्म में है और आज अर्धशतक बनाएंगे लेकिन वह 40 से 49 स्कोर पर आउट हो जाते हैं। फिर अगली ही पारी में वह दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाते।
ऐसे में यह बात अब स्टेडियम आने वाले और टीवी पर देखने वाले विराट कोहली के फैंस के मन में कौंधने लगी है कि क्या वह जल्द ड्रॉप हो सकते हैं। अगर उनके प्रदर्शन पर नजर डाले तो उन्होंने अब तक 7 मैचों में 19 की औसत से 119 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 123 का रहा है।
अब ऐसे में विराट कोहली के आलोचक यह कह रहे हैं कि क्योंकि कप्तान विराट कोहली बल्ले से प्रदर्शन नहीं कर पा रहे और वह कप्तान भी नहीं है तो क्यों ना उन्हें 2-3 मैच आराम दिया जाए।
हालांकि यह संभव इस कारण नहीं हो पाएगा क्योंकि बैंगलोर के पास पहले से ही बड़े नामों की कमी है। दर्शकों ने देखा होगा जैसे ग्लेन मैक्सवेल की गैरमौजूदगी में टीम लड़खड़ा जाती थी, हालांकि कार्तिक ने यह भूमिका उनके आने तक निभा ली और अब भी निभा ही रहे हैं।
अगर विराट कोहली को ड्रॉप किया जाता है तो उनकी जगह पर खेलने वाले नाम बहुत साधारण होंगे। बैंगलोर एक भारतीय को बैठाकर एक भारतीय खिलाड़ी को ही मौका देगा।
ऐसे में रजत पाटीदार को मौका मिल सकता है। मध्यप्रदेश के बल्लेबाज पाटीदार प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तो बड़ा नाम है लेकिन कोहली की जगह पर उनको शायद ही मौका मिले। यह एक बड़ा जोखिम साबित हो सकता है हालांकि फाफ डु प्लेसिस जैसे कप्तान है वह यह काम कर भी सकते हैं क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हमेशा प्रयोग करते रहते हैं।
पाटीदार के अलावा एक और नाम है वह है महिपाल लोमरोर जो राजस्थान से बैंगलोर की टीम में खेलकर आए हैं। हालांकि उनका आईपीएल करियर उतना खास नहीं रहा है लेकिन वह कभी कभार गेंदबाजी कर लेते हैं। इससे टीम को एक अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प मिल सकता है।
हालांकि विराट कोहली को फैफ डु प्लेसिस दो मौके और देकर देखना चाहेंगे। एक बार विराट कोहली सब टीमों के खिलाफ खेल ले तो फिर यह तय किया जा सकेगा कि उन्हें ड्रॉप करना भी है या नहीं। क्योंकि उनके विकल्प में बड़े नाम मौजूद नहीं है। (वेबदुनिया डेस्क)