उमरान मलिक की गेंदो को जहां बल्लेबाज छू भी नहीं पा रहे थे अब बाउंड्री पार पहुंचा रहे हैं। गुजरात के खिलाफ 25 रन देकर 5 विकेट लेने वाले उमरान मलिक को अब 3 मैचों से कोई विकेट नहीं मिला है। कल उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन को भी वानिंदू हसरंगा 18 रन देकर और 5 विकेट लेकर पार कर गए थे।
उमरान मलिक ने अब तक 11 मैचों में 15 विकेट लिये हैं। वह हालांकि पिछले तीन मैचों से विकेट लेने में नाकाम रहे हैं। बल्लेबाजों ने इस दौरान उनके खिलाफ खुल कर रन बनाये हैं। हैदराबाद के तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक जिन्होंने अपनी गति से सभी को प्रभावित किया है, वह पिछले तीन मुक़ाबलों में डाले दस ओवरों में एक भी विकेट नहीं ले पाए हैं। इस दौरान उन्होंने 125 रन लुटाए हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ रविवार को उन्होंने दो ओवर में 25 रन दिये जिसमें पहले ओवर में 20 रन लुटाये थे।सनराइजर्स हैदराबाद के मुख्य कोच टॉम मूडी तेज गेंदबाज उमरान मलिक की लय अचानक बिगड़ने से चिंतित नहीं हैं और उन्हें उम्मीद है कि यह तेज गेंदबाज अपने अनुभव से सीख कर शानदार वापसी करेगा।
मूडी ने उमरान की फ़ॉर्म को लेकर धैर्य बरतने की बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले और जारी सीज़न के बीच उमरान ने सिर्फ़ एक लिस्ट ए मैच और सात टी20 मुक़ाबले ही खेले थे।
मूडी ने कहा, "यह अनुभव उनके लिए वास्तविक सीख है। आपको यह देखना होगा कि उमरान ने बहुत ज़्यादा क्रिकेट नहीं खेला है। वह इसके अभ्यस्त नहीं है। उन्होंने निरंतरता के साथ क्रिकेट नहीं खेली है। हां, यह बात सही है कि उन्होंने पिछले मुक़ाबलों में रन दिए हैं, लेकिन वह सीख रहे हैं और हम उन्हें बैक करते हैं।"
IPL 2021 से ही कर रहे थे तूफानी गेंदबाजी
जम्मू एंड कश्मीर के तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक को सनराइज़र्स हैदराबाद ने चार करोड़ रूपये में रिटेन किया है। जब टी नटराजन को कोविड-19 के कारण बाहर होना पड़ा, तब उन्हें टीम में शामिल किया गया था और अपने पहले ही मैच में उन्होंने बेहद प्रभाव डाला, क्योंकि उन्होंने अपने पहले ही मैच में 150 किमी प्रति घंटा से अधिक की गेंद डाल दी थी और वह इस आईपीएल सीज़न में सबसे तेज़ गेंद डालने वाले भारतीय गेंदबाज़ बने थे।आरसीबी के ख़िलाफ़ अपने दूसरे मैच में ही उन्होंने 153 किमी प्रति घंटे की गति से गेंद डाल दी जो आईपीएल 2021 की सबसे तेज़ गेंद थी।
गेंदो की गति है दो धारी तलवार
पिछले 3 मैचों में उमरान मलिक ने इस सत्र की सबसे तेज गेंद फेंकी जिसकी गति 157 किमी प्रति घंटा थी। इस गेंद पर डेविड वॉर्नर ने अपना शतक पूरा किया था। जो गति उमरान की दोस्त थी वह पिछले 3 मैचों में दुश्मन बनकर उभरी है।
यह सिर्फ उमरान मलिक के साथ ही नहीं अन्य दूसरे तेज गेंदबाजों के साथ भी हुआ है जो सिर्फ अपनी तेजी के लिए जाने गए हैं। खासकर पाक के पूर्व तेज गेंदबाज और रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख्तर। वह किसी मैच में पाकिस्तान के लिए तुरुप का इक्का साबित होते थे तो किसी मैच में विलेन और दोनों का कारण एक ही था। उनकी गेंदो की गति।
उमरान का जन्म फ़रारी के लिए हुआ है और वह फ़रारी ही दौड़ाएंगे : टॉम मूडी
सनराइज़र्स हैदराबाद के मुख्य कोच टॉम मूडी जो कि आईपीएल में अधिकतर समय तक हैदराबाद के साथ ही रहे हैं उन्होंने हैदराबाद की गेंदबाज़ी आक्रमण को लेकर विस्तृत चर्चा की है।
मूडी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बहुत लोगों ने इस बात को माना है कि टी20 में आप गेंदों का कैसा बचाव करते हैं यह सबसे महत्वपूर्ण है। मैं हमेशा से इस बात में विश्वास रखते आया हूं कि आपके पास पारी के हर चरण में विकेट निकालने की क्षमता होनी चाहिए। इसी बात को ज़हन में रखते हुए इन भूमिकाओं के लिए भारतीय प्रतिभाओं का रुख़ करना काफ़ी अच्छा है।
उन्होंने कहा कि टीम में विशेष भूमिकाओं को निभाने के लिए आपको मांग और आपूर्ति को ध्यान में रखना होता और इसी आधार पर आप नीलामी के दिन निर्णय लेते हैं। इसलिए हमने 2022 में भी कुछ खिलाड़ियों को वापस अपने साथ जोड़ा। भुवी (भुवनेश्वर कुमार) ने आईपीएल में और भारत के लिए लंबे अरसे तक अपनी कौशल को लोहा मनवाया है, अभी भी उनके पास अपनी गेंदों से योगदान देने के लिए काफ़ी वर्ष बचे हुए हैं और हमारे पास नट्टू (टी नटराजन) हैं, जो कि दिन प्रति दिन और भी बेहतर होते जा रहे हैं। हां, उन्हें चोट के साथ भी जूझना पड़ा है, लेकिन वह इससे गुज़रने वाले इकलौते तेज़ गेंदबाज़ नहीं हैं।
उमरान मलिक की तारीफ़ करते हुए उन्होंने कहा ,'देखिए, सिर्फ़ मैं ही नहीं पूरा क्रिकेट जगत उमरान की रफ़्तार से काफ़ी प्रभावित है। अगर आप दूसरे छोर पर नहीं हैं तो किसी गेंदबाज़ को 150 किमी की रफ़्तार से गेंदबाज़ी करते देखने से अच्छा कुछ भी नहीं है। उमरान ने अब तक बेहद ही उम्दा प्रदर्शन किया है। उन्हें यह पता है कि उनकी यात्रा अभी शुरू ही हुई है और किसी भी दूसरे क्रिकेटर की तरह उन्हें आगे कई चुनौतियों का सामना करना होगा। उन्हें डेल स्टेन जैसा मेंटोर मिला है। वह कड़ी मेहनत करने वाला बच्चा है। सनराइज़र्स में उनके आसपास एक मज़बूत यूनिट है। ऐसे में उनके और भारतीय क्रिकेट के लिए आगे अभी बहुत कुछ रखा हुआ है।
मूडी ने कहं'मुझे नहीं लगता कि वह कभी लाइन लेंथ वाले गेंदबाज़ बनेंगे। उनका जन्म फ़रारी के लिए हुआ है और वह फ़रारी ही दौड़ाएंगे (हंसते हुए)। किसी भी दूसरे तेज़ गेंदबाज़ों की तरह ही उन्हें चुनौतियों का सामना करना होगा, वह चोटिल भी होंगे, लेकिन अब तेज़ गेंदबाज़ों के शुरुआती दौर की आक्रामकता और उन्हें प्रतिबंधित करने का ज्ञान पहले मुक़ाबले अब काफ़ी बेहतर है। सिर्फ़ यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि उन्हें सही मार्गदर्शन मिले, उनकी सही मेंटॉरिंग हो और वह ऐसे लोगों से घिरे रहें जो कि उनके लिए चीज़ों को जटिल न बनाएं। सनराइज़र्स हैदराबाद का हिस्सा होने के तौर पर मैं और स्टेन पूरे वर्ष कुछ प्रमुख लोगों के साथ घरेलू स्तर से लेकर उच्च स्तर तक संवाद करने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा,'मैंने इस सीज़न में खेले मुक़ाबलों में उमरान में सुधार देखा है। उन्हें खर्चीला होने के कारण नकारात्मक फ़ीडबैक मिल रहे थे। शुरुआती कुछ मुक़ाबलों में उनकी इकॉनमी काफ़ी ज़्यादा थी, लेकिन मुझे लगता है लोगों को यह बात समझनी चाहिए कि छोटे प्रारूपों में जब आपके पास गति होती है तो आपका खर्चीला होना स्वभाविक है। आपको यह स्वीकारना होगा आपकी इकॉनमी ज़्यादा रहेगी, लेकिन इसके बदले में आप विकेट की चाह रखते हैं। उन्हें इकॉनमी अच्छी रखने के बजाय आक्रामकता बरकरार रखने और विकेट निकालने की ओर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया गया है।
मूडी ने कहा,'हम उनका समर्थन करते हैं और उन्हें लगातार मैच और विपक्षी टीम के हिसाब से अपने सुझाव देते रहते हैं। वह लगातार आगे बढ़ रहे हैं, सुधार कर रहे हैं और गेम के प्रति अपनी समझ को बढ़ा रहे हैं क्योंकि वह अभी युवा हैं और उन्हें अभी काफ़ी कुछ सीखना बाक़ी है।'