आईपीएल के 2 सत्र बैंच पर गुजारने के बाद अंतत अर्जुन तेंदुलकर को अपने दूसरे मैच में टूर्नामेंट का पहला विकेट मिल गया। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अर्जुन तेंदुलकर को 20 रन बचाने थे जो काम आसान था लेकिन अंतिम ओवर में एक नए गेंदबाज और दबाव के कारण यह काम एक तरीके से मुश्किल भी था।
सचिन तेंदुलकर के सामने मोहम्मद समद थे जो कि बड़ हिट लगाने के लिे जाने जाते हैं। लेकिन वह दूसरा रन लेने के चक्कर में रन आउट हो गए। सचिन ने सटीक लाइन और लेंग्थ पर गेंदबाजी की जिसका इनाम उनको तब मिला जबा सनराइजर्स हैदराबाद को 2 गेंदो में 15 रनों की दरकार थी।
भुवनेश्वर कुमार ने कवर्स पर हवाई शॉट मारा लेकिन गेंद सीधे कप्तान रोहित शर्मा के हाथों में गई। रोहित शर्मा ने ही अर्जुन तेंदुलकर को आईपीएल कैप दी थी। यह लम्हा अर्जुन तेंदुलकर के लिए खास रहा। कल उन्होंने गेंदबाजी की ओपनिंग के साथ साथ डेथ में भी गेंदबाजी की।2.5 ओवर के स्पैल में उन्होंने सिर्फ 18 रन दिए। वह किफायती भी साबित हुए।
हालांकि दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने भुवनेश्वर कुमार को आउट करके अपने पिता सचिन तेंदुलकर का 15 साल बदला चुका लिया। दरअसल साल 2019 में रणजी ट्रॉफी फाइनल में सचिन तेंदुलकर को एक इनस्विंग गेंद पर कैच आउट कराकर भुवनश्वर कुमार सुर्खियों में आ गए थे।
घरेलू टूर्नामेंट में सचिन तेंदुलकर को 0 पर आउट करने वाले वह पहले ऐसे गेंदबाज बने थे। उस समय भुवनेश्वर कुमार उत्तर प्रदेश के गेंदबाज थे। इससे भी दिलचस्प बात यह है कि यह मैच भी हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में ही खेला जा रहा था।
इस एक विकेट से उनको इतनी प्रसिद्धी मिली की वह भारत के लिए हर प्रारुप के गेंदबाज बन गए थे।हालांकि उनको मौका साल 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ मिला।