क्रिकेट टूर्नामेंट्स को लेकर अंग्रेजी में एक प्रसिद्ध वाक्य है जो अक्सर कमेंटेटर्स के मुंह से भी सुनने को मिलता है। इसका भावार्थ यह है कि बल्लेबाज किसी टीम को मैच जिताने में सक्षम होते हैं, लेकिन गेंदबाज एक टीम को टूर्नामेंट जिताने में सक्षण होते हैं।ऐसा ही कुछ आईपीएल के लिए कहा जा सकता है, जो कि बल्लेबाजों का टूर्नामेंट माना जाता है। लेकिन वह टीम ही अंत में आईपीएल पर कब्जा करती है जिसकी गेंदबाजी पूरे टूर्नामेंट में अनुशासित रही है।
जिस तरह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज 'ऑरेंज कैप' का हकदार होता है, ठीक उसी तरह गेंदबाजी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज को 'पर्पल कैप' दी जाती है। यदि हम आईपीएल के पिछले 15 सीजनों पर नजर डालें तो पता चलता है कि कई गेंदबाजों ने समय के साथ ही साथ 'पर्पल कैप' के लिए कई ऊंचे मापदंड स्थापित किए हैं और 'पर्पल कैप' के संघर्ष को रोचक बनाया है।
दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को आईपीएल में सबसे पहले पर्पल कैप पाने का गौरव प्राप्त हुआ। इस सीजन के बाद पाकिस्तान के खिलाड़ियों पर आईपीएल में भाग लेने पर प्रतिबंध लग गया। सिर्फ शुरुआती सीजन ही पाक के खिलाड़ी आईपीएल का हिस्सा रहे।
चेन्नई सुपर किंग्स के डेवन ब्रावो ने दो बार पर्पल कैप जीती है। वहीं भारत के भुवनेश्वर कुमार एकमात्र ऐसे गेंदबाज है जिन्होंने लगातार दो सीजन में दो बार पर्पल कैप जीती है।आखिरी 2 सत्रों से यह पर्पल कैप भारतीय गेंदबाजों के सिर सजी है।
13 आईपीएल के 'पर्पल कैप' विजेता गेंदबाजों की सूची
सोहेल तनवीर- 22 विकेट (2008)
आईपीएल के पहले संस्करण में पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर ने राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए कुल 22 विकेट हासिल किए थे और 'पर्पल कैप' पहनी थी। 2008 के आईपीएल में सोहेल की शानदार गेंदबाजी के बूते पर ही राजस्थान रॉयल्स की टीम चैम्पियन बनी थी। फाइनल में उसने चेन्नई सुपर किंग्स को हराया था।
आरपी सिंह - 23 विकेट(2009)
आईपीएल के दूसरे सत्र में भारत के पूर्व बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने 23 विकेट लेकर 'पर्पल कैप' पहनी थी। देश में लोकसभा चुनाव की वजह से 2009 का आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुआ था। 2009 में आईपीएल का खिताब डेक्कन चार्जर्स (अब सनराइजर्स हैदराबाद) ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराकर जीता था।
प्रज्ञान ओझा- 23 विकेट (2010)
पूर्व भारतीय गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने 23 विकेट लेकर 'पर्पल कैप' जीती। डेक्कन चार्जर्स की तरफ से खेलने वाले प्रज्ञान ओझा पर्पल कैप प्राप्त करने वाले पहले स्पिनर थे। 2010 के आईपीएल के खिताबी मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने डेक्कन चार्जर्स को लगातार दूसरी बार आईपीएल चैम्पियन बनने से वंचित कर दिया था।
लसित मलिंगा- 28 विकेट (2011)
मुंबई इंडियंस की तेज गेंदबाजी के प्रमुख अस्त्र माने जाने वाले श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसित मलिंगा ने 2011 के आईपीएल में सर्वाधिक 28 विकेट लेकर अपना सिर 'पर्पल कैप' से सजाया। हालांकि एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराकर लगातार दूसरे साल आईपीएल का खिताब अपनी झोली में डाला था।
मोर्ने मोर्कल-25 विकेट (2012)
दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज मोर्ने मोर्कल ने 2012 के आईपीएल में 25 विकेट हासिल करके 'पर्पल कैप' जीती थी। मोर्कल दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) की तरफ से खेल रहे थे। 2012 के आईपीएल फाइनल में कोलकाता नाइटराइडर्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर उसे 'जीत की हैट्रिक' दर्ज करने से रोक दिया था।
ड्वेन ब्रावो-32 विकेट (2013)
'पर्पल कैप' जीतने में वेस्टइंडीज के गेंदबाज ड्वेन ब्रावो ने नया रिकॉर्ड बनाया। चेन्नई सुपर किंग्स के ऑलराउंडर ब्रावो ने 2013 के आईपीएल में 32 विकेट लिए थे। ब्रावो का रिकॉर्ड अब तक कायम है। 2013 के फाइनल में चेन्नई की टीम जरूर पहुंची लेकिन मुंबई इंडियंस ने फाइनल में उसे हरा दिया। आईपीएल में मुंबई इंडियंस का यह पहला खिताब था।
मोहित शर्मा-23 विकेट (2014)
चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से मोहित शर्मा 2014 के आईपीएल में उतरे और 23 विकेट लेकर 'पर्पल कैप' जीतने में सफल रहे। चेन्नई सुपर किंग्स के खाते में ब्रावो के बाद दूसरी बार 'पर्पल कैप' आई थी। हालांकि 2014 का आईपीएल कोलकाता नाइटराडर्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को 3 विकेट से हराकर जीता था।
ड्वेन ब्रावो- 26 विकेट (2015 )
चेन्नई सुपर किंग्स के ड्वेन ब्रावो 26 विकेट लेकर 'पर्पल कैप' जीतने में सफल रहे। आईपीएल में ब्रावो ने दूसरी बार 'पर्पल कैप' जीती थी। चेन्नई की टीम 2015 में आईपीएल के फाइनल में जरूर पहुंची लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस ने उसे 41 रन से शिकस्त देकर दूसरी बार चैम्पियन बनने का सम्मान प्राप्त किया।
भुवनेश्वर कुमार-23 विकेट(2016)
भारतीय टीम के दायें हाथ के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा थे और उन्होंने 23 विकेट लेकर 'पर्पल कैप' पर अपना अधिकार जमाया। भुवनेश्वर कुमार की करिश्माई गेंदबाजी के बूते पर ही सनराइजर्स हैदराबाद की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराकर 2016 का आईपीएल खिताब जीतने में सफल हुई थी।
भुवनेश्वर कुमार- 26 विकेट(2017)
सनराइजर्स हैदराबाद की गेंदबाजी के प्रमुख हथियार माने जाने वाले भुवनेश्वर कुमार ने 26 विकेट लेकर लगातार दूसरी बार अपने सिर को 'पर्पल कैप' को सजाया। 2017 में तीसरी बार मुंबई इंडियंस ने आईपीएल का खिताब जीता। फाइनल में मुंबई ने राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स को शिकस्त दी थी। तब पुणे टीम का हिस्सा महेंद्र सिंह बने थे।
एंड्रयू टाई-24 विकेट (2018)
किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलने वाले एंड्रयू टाई ने आईपीएल में 24 विकेट प्राप्त करके 'पर्पल कैप' जीती थी। हालांकि 2018 के आईपीएल फाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर तीसरी बार खिताब जीता था।
इमरान ताहिर-26 विकेट (2019)
आईपीएल का 12वां संस्करण 2019 में खेला गया था, जिसे मुंबई इंडियंस ने बेहद रोमांचक पलों में चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर जीता था। 2019 के आईपीएल में 'पर्पल कैप' दक्षिण अफ्रीका बुजुर्ग लेग स्पिनर इमरान ताहिर जीतने में सफल रहे। उन्होंने 15 मैचों में कुल 26 विकेट प्राप्त किए थे जबकि उनके हमवतन और दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज कैसिग रबाडा 24 विकेट लेकर दूसरे पर नंबर रहे थे।
कगीसो रबाड़ा- 30 विकेट(2020)
दक्षिण अफ्रीका के कगीसो रबाड़ा और दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज कगीसो रबाड़ा के सिर पर्पल कैप सजी। उन्होंने अपने 17 मैचों में 65.4 ओवर की गेंदबाजी में 548 रन देकर 30 विकेट झटके। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 24 रन देकर 4 विकेट लेना था। रबाड़ा ने अपने इस प्रदर्शन से दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में पहुंचाने में एक अहम भूमिका निभाई थी।
हर्षल पटेल- 32 विकेट (2021)
हर्षल पटेल- पहले मैच में मुंबई के खिलाफ उन्होंने किसी भी सीजने के पहले मैच में 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। टूर्नामेंट अंत होते होते वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और किसी भी गेंदबाज द्वारा आईपीएल में विकटों के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर गए। उन्होंने 15 मैचों में 14 की औसत से 32 विकेट चटकाए।
युजवेंद्र चहल- 27 विकेट (2022)
हैट्रिक ले चुके युजवेंद्र चहल के पास इस सत्र में 17 मैचों में 68 ओवर में 527 रन देकर 27 विकेट लिए। कोलकाता के खिलाफ किया गया उनका प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ है जिसमें उन्होंने 40 रन देकर 5 विकेट लिए थे।फाइनल से पहले युजवेंद्र चहल के पास पर्पल कैप नहीं थी और बैंगलोर के वानिंदू हसरंगा उनसे विकेटों में बराबर थे और उनसे कम रन देने के कारण पर्पल कैप हसरंगा के पास थी। लेकिन जैसे ही चहल ने हार्दिक पांड्या को स्लिप्स में जायसवाल के हाथों कैच कराया चहल के पास वापस पर्पल कैप आ गई।