हैदराबाद:कप्तान शिखर धवन ने दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिलने के बावजूद नाबाद 99 रन की आकर्षक पारी खेली जिससे पंजाब किंग्स ने लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय की घातक गेंदबाजी के बाद भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में रविवार को यहां नौ विकेट पर 143 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।
धवन ने शुरू से लेकर आखिर तक एक छोर संभाले रखा। उन्होंने अपनी पारी में 66 गेंदें खेली तथा 12 चौके और पांच छक्के लगाए। उनके अलावा केवल सैम करेन (15 गेंदों पर 22 रन) ही दोहरे अंक में पहुंचे। धवन ने मोहित राठी के साथ दसवें विकेट के लिए 30 गेंदों पर 55 रन की अटूट साझेदारी की। इसमें राठी का योगदान दो गेंदों पर एक रन था।
सनराइजर्स की तरफ से मार्कंडेय ने 15 रन देकर चार विकेट लिए। उनके अलावा मार्को यानसन और उमरान मलिक ने दो-दो विकेट लिए।
टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला करने वाले सनराइजर्स को भुवनेश्वर कुमार और यानसन पहले दो ओवरों में विकेट लेकर उसे शानदार शुरुआत दिलाई। भुवनेश्वर ने मैच की पहली गेंद पर ही अच्छी फॉर्म में चल रहे प्रभसिमरन सिंह को पगबाधा आउट किया जबकि अगले ओवर में यानसन ने मैथ्यू शॉर्ट (एक) को इसी अंदाज में आउट करके पवेलियन की राह दिखाई।
यानसन ने अपने अगले ओवर में जितेश शर्मा (चार) को मिड ऑफ पर आसान कैच देने के लिए मजबूर किया जिससे स्कोर तीन विकेट पर 22 रन हो गया। धवन और नए बल्लेबाज करेन ने इसके बाद कुछ अच्छे शॉट खेलकर पावरप्ले में स्कोर 43 रन पर पहुंचाया।
यानसन लगातार तीसरा ओवर करने के लिए आए तो करेन ने उनका स्वागत छक्के और चौके से किया। दूसरी तरफ धवन ने कुछ शानदार चौके जड़े। ऐसे में मार्कंडेय ने गेंद संभाली और करेन ने उनकी गुगली पर शार्ट थर्ड मैन पर आसान कैच दे दिया।
शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के कारण पंजाब किंग्स को नौवें ओवर में ही प्रभसिमरन की जगह सिकंदर रजा को इंपैक्ट प्लेयर के रूप में उतारना पड़ा। उसका यह दांव भी नहीं चला और वह केवल पांच रन बनाकर मलिक की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दे बैठे।
धवन एक छोर पर डटे रहे लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। मार्कंडेय ने शाहरुख खान (चार) को आते ही वापस भेज दिया जिन्हें पगबाधा के लिए लिया गया रिव्यू भी नहीं बचा पाया जबकि मलिक ने 148 किमी की रफ्तार से की गई गेंद पर हरप्रीत बरार (एक) की गिल्लियां बिखेरी। मार्कंडेय ने राहुल चाहर और नाथन एलिस को खाता भी नहीं खोलने दिया।
धवन ने नटराजन पर लगातार दो छक्के लगाए। इनमें से पहले छक्के से उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और दूसरे छक्के से टीम का स्कोर तिहरे अंक में पहुंचाया। उन्होंने इसके बाद मालिक पर दो छक्के और एक चौका जड़ा। धवन को पारी की अंतिम चार गेंदों पर शतक पूरा करने के लिए सात रन की जरूरत थी लेकिन वहां नटराजन की अंतिम गेंद को ही छक्के के लिए भेज पाए।(भाषा)