पंजाब किंग्स सिर्फ 1 बार ही आईपीएल फाइनल खेल सकी है। साल 2008 से जबसे आईपीएल 2008 शुरु हुआ तब से पंजाब किंग्स के हाथ में एक भी बार कप नहीं आया है। सच कहें तो इस बार भी संभावना कम ही लग रही है। हालांकि आईपीएल लीग इतना लंबा टूर्नामेंट है जो हर टीम को वापसी का मौका देती है।
IPL 2024 की नीलामी के दौरान भी पंजाब किंग्स के पास में बहुत ज्यादा राशि नहीं थी। हर वर्ग में वह एक दो प्रभावी नाम ही खरीद पाए हैं। आइए इस सत्र के शुरु होने से पहले जान लेते हैं उनकी ताकतें और कमजोरियां।
मजबूत पक्ष- पंजाब किंग्स का मजबूत पक्ष उनके ऑलराउंडर्स है, लेकिन दिक्कत यह है इनमें से ज्यादातर विदेशी नाम है। सैम करन, सिकंदर रजा, लियाम लिंग्विस्टन और अब टीम ने क्रिस वोक्स को अपनी टीम में शामिल किया है। यह सभी खिलाड़ी ऐसे हैं कि वह गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर सकते हैं। अगर टीम इन चारों को ही अँतिम ग्यारह में रखे तो 2 तेज गेंदबाजी के विकल्प और स्पिन गेंदबाजी के विकल्प मिलने से टीम का बल्लेबाजी क्रम मजबूत हो जाएगा।
कमजोर पक्ष- टीम की स्पिन गेंदबाजी में कोई खास बड़े नाम नहीं है। ले देकर एक नाम राहुल चाहर का सामने आता है।हरप्रीत बरार ने पिछले सत्र के कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन विश्वसनीय स्पिनर ना होने से मध्य के ओवरों में ज्यादा रन चले जाते हैं। तेज गेंदबाजी में हालांकि समस्या नहीं है क्योंकि कगीसो रबाड़ा और नेथन एलिस हैं, लेकिन अर्शदीप सिंह का साथ देने के लिए भारतीय तेज गेंदबाज हर्षल पटेल और इस कारण टीम प्रबंधन चिंतित होगा।
मौका- टीम ने कुछ युवा भारतीय चेहेरों पर आईपीएल 2024 में दांव लगाया है। शशांक सिंह, प्रिंस चौधरी, आशुतोश शर्मा, तनय थंग्यराजन, विश्वनाथ प्रताप सिंह जैसे नामों को समय समय पर मौका मिलने वाला है। वह इस मौके का कितना फायदा उठाते हैं यह उन पर निर्भर करता है।
खतरा- कप्तान शिखर धवन की कप्तानी खास नहीं रही है। अगर इस साल भी कुछ खास नतीजे नहीें आए तो उनसे फ्रैंचाइजी कन्नी काट लेगी। अच्छी बात यह है कि पिछले सत्र में उन्होंने बल्ले से आलोचकों को मुंह तोड़ जवाब दिया था।
लेकिन टीम लंबे समय से विश्वसनीय चेहरों के अभाव से गुजर रही है, जो समय आने पर जीत दिला दें, वैसे खिलाड़ी पंजाब किंग्स को चाहिए जो उसे लंबे समय बात प्लेऑफ तक ले जाए।