इस्लामिक कैलेंडर को हिजरी साल के नाम से जाना जाता है। हिजरी सन की शुरुआत मोहर्रम माह के पहले दिन से होती है। इसकी शुरुआत 622 ईस्वी में हुई थी। हजरत मोहम्मद ने जब मक्का से निकलकर मदीना में बस गए तो इसे हिजरत कहा गया। इसी से हिज्र बना और जिस दिन वो मक्का से मदीना आए उस दिन हिजरी कैलेंडर शुरू हुआ। हिजरी कैलेंडर के बारे में एक दिलचस्प तथ्य यह है कि इसमें चंद्रमा की घटती-बढ़ती चाल के अनुसार दिनों का संयोजन नहीं किया गया है। लिहाजा इसके महीने हर साल करीब 10 दिन पीछे खिसकते रहते हैं।
1. जैसे वर्ष प्रतिपदा अर्थात गुड़ी पड़वा (चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि) से विक्रमी नवसंवत्सर का आरंभ होता है वैसे ही मोहर्रम के महीने की पहली तारीख से इस्लामी नया साल यानी नया हिजरी सन् शुरू होता है। इस वर्ष 2021 में अगस्त के मध्य से संभवत: 11 तारीख से हिजरी संवत 1443 प्रारंभ होगा। अभी 1442 चल रहा है।
2. हिजरी कैलेंडर में भी 12 माह होते हैं। पहले माह मुहर्रम या मोहर्रम के अलावा नौवां माह रमजान भी खास माह होता है जिस माह में रोजे रखे जाते हैं। इस बार रमजान का माह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 14 अप्रैल 2021 से प्रारंभ हो रहा है। कल से रोजा भी प्रारंभ हो जाएगा।
इस्लामिक महीने
1. मुहर्रम
2. सफ़र
3. रबीउल अव्वल
4. रबीउल आख़िर
5. जमादी-उल-अव्वल
6. जमादी-उल-आख़िर
7. रजब
8. शाबान
9. रमज़ान
10. शव्वाल
11. ज़िलक़ाद