आज के इंटरनेट के दौर में सोशल मीडिया प्लेटफार्म काफी प्रचलित हैं और इन मशहूर सोशल मीडिया प्लेटफार्म की सूची में टॉप पर इंस्टाग्राम और टिकटॉक (tiktok) शामिल हैं। हालांकि टिकटॉक भारत में बैन है पर अमेरिका में इसकी लोकप्रियता काफी है, पर हाल ही में अमरीकी सरकार भी टिकटॉक पर बैन (ban) लगाने का विचार कर रही है।
इस खबर को सुनने के बाद लोग अमेरिकी सरकार के इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं, पर सवाल ये हैं कि आखिर क्यों धीरे-धीरे लगभग सभी देश टिकटॉक को बैन कर रहे हैं?
चलिए इस लेख के ज़रिए जानते हैं पूरी जानकारी को-
क्यों किया जा रहा है टिकटॉक को बैन?
टिकटॉक जो कि एक चीनी कंपनी ByteDance की एप (app) है, इस एप पर कई सरकारी एजेंसी द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि यह यूजर की ब्राउज़िंग हिस्ट्री (browsing history), लोकेशन (location) और बायोमेट्रिक आइडेंटिटी (biometric identity) को चीनी सरकार से शेयर करती है। हालांकि ByteDance ने इन आरोपों से इंकार करते हुए यह दवा किया है कि कंपनी स्वतंत्र रूप से अपने मैनेजमेंट द्वारा संचालित की जाती है।
साथ ही पिछले साल दिसंबर में फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (Federal Bureau of Investigation) द्वारा सभी देशों को टिकटॉक के प्रति साइबर सुरक्षा (cyber security) के लिए जागरूक रहने की सलाह दी गई थी, जिसमें उन्होंने कहा कि 'टिकटॉक का अल्गोरिथम (algorithm) एप के अनुसार बदला जा सकता है और इसके कंटेंट को हेरफेर करके लोगों में किसी कैंपेन (campaign) का प्रभाव भी डाला जा सकता है।'
हाल ही में यूनाइटेड किंगडम (united kingdom), यूरोपियन यूनियन (European Union), बेल्जियम (Belgium) द्वारा सभी सरकारी व आधिकारिक फ़ोन पर टिकटॉक को बैन किया जा चुका है। भारत में 2020 में टिकटॉक और अन्य चीनी एप को बैन किया जा चुका था। साथ ही ताइवान, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान में भी इस एप को बैन किया जा चुका है।