नई दिल्ली। देश में लगातार ऑनलाइन फ्रॉड मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्र सरकार ने इन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।
सरकार ने अनचाहे कॉल्स और ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए आए दिन होने वाली धोखाधड़ी व अनचाही कॉल की रोकथाम के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट (Digital Intelligence Unit) के गठन का फैसला किया है। टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
अब सरकार फ्रॉड मैनेजमेंट और कंजूमर प्रोटेक्शन के लिए एक पोर्टल बनाने जा रही है, जिनके माध्यम से ग्राहक टेलीकॉम कंपनियों को अनचाहे कॉल, एसएमएस और वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत कर सकेंगे। इसके तहत ग्राहकों को अनचाहे कर्मिशियल कॉल या एसएमएस भेजने वाली कंपनियों पर जुर्माने का प्रावधान किया जा रहा है।
दो शहरों से फर्जीवाड़े का जाल : सरकार को जानकारी मिली है कि फर्जी कॉल का धंधा मुख्यतौर पर देश के 2 शहरों से चलाया जा रहा है। ये हैं हरियाणा में मेवात और झारखंड में जामताड़ा। इन दो शहरों में टेलीकॉम सेवाओं को बंद करने को लेकर विचार किया जा रहा है। झारखंड के जामताड़ा में साइबर ठगों का जाल बिछा है। कई फर्जीवाड़े के मामलों के तार जामताड़ा से जुड़े हुए थे।
बैठक में यह तय किया गया कि धोखेबाजों को किसी का भी पैसा नहीं हड़पने नहीं दिया जाए। टेलीकॉम मंत्री मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वित्तीय धोखाधड़ी के लिए दूरसंचार साधनों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। इनके जरिए आम आदमी की गाढ़ी कमाई को हड़पा जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे गलत कामों को रोकने के लिए कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।