भारत में डिजिटल लेन-देन तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारतीयों के लिए डिजिटल लेन-देन को सुगम बनाने के लिए जियो और सोडेक्सो ने भारत में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाया है। जियो मनी के ग्राहक अभी जियो पैमेंट बैंक के जरिए सोडेक्सो मिल कार्ड का आनंद भी उठा सकेंगे।
जियो और सोडेक्सो की इस साझेदारी के बाद देश के सोडेक्सो किराना, दुकानदार, कैफे पर पीपीआई वॉलेट द्वारा भुगतान किया जा सकेगा। सोडेक्सो मील पास को भी जियो मनी एप जोड़ा गया है, जिससे यात्रा के दौरान भुगतान में किसी प्रकार असुविधा नहीं होगी। भारत में जियो मनी तेजी डिजिटल मनी के रूप में तेजी से बढ़ रहा है।
अब ग्राहकों को खाना और नॉन एल्कोहिक पेय को खरीदने के लिए सोडेक्सो के फिजिकल कार्ड की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वे सिर्फ सोडेक्सो मील कार्ड बैलेंस को जियो मनी एप से जोड़ सकता है और इससे भुगतान कर सकते हैं। वे बस सोडेक्सो मील कार्ड बैलेंस को जियोमोनी ऐप में जोड़ सकते हैं और इन-द-पर चलना शुरू कर सकते हैं। दोनों ब्रांडों द्वारा प्रस्तुत सेवाओं को अपनाने के लिए जियो और सोडेक्सो एक साथ काम करना जारी रखेंगे। दोनों ब्रांड्स अपनी सेवाएं जनता को देने के लिए प्रयास जारी रखेंगे।
जियो मनी के बिजनेस हेड अर्निबान एस मुखर्जी ने कहा कि जियो और सोडेक्सो की साझेदारी हर भारतीय की डिजिटल लाइफ को सुगम बनाएगी। जियो और सोडेक्सो का यह गठबंधन ग्राहकों को लिए एक नया विकल्प साबित होगा। दोनों ब्रांड्स भारत में बढ़ती डिजिटल संभावनाओं को देखते हुए अपनी पहुंच और उपस्थिति का और विस्तार करेंगे।
सोडेक्सो बेनिफिट्स एंड फायर्ड सर्विसेज इंडिया के सीईओ स्टीफन मिशेलिन कहा कि सोडेक्सो मील कार्ड के प्रयोग के तरीकों और उपभोक्ताओं को और अधिक सुविधाएं देने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस साझेदारी के द्वारा हमारा प्रयास 30 लाख दैनिक ग्राहकों को सुविधा को और बढ़ाना है। जियो मनी के साथ यह साझेदारी छोटे व्यापारियो को खाद्य और गैर खाद्य पदार्थों को अलग करने में सहायता करेगी। यह सुविधा मुंबई पहले ही शुरू की जा चुकी है और इसे ग्राहकों का बेहतर प्रतिसाद मिला है।
समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर पर सभी सोडेक्सो स्वीकार करने वाले व्यापारियों पर जियोमोनी समाधान सक्षम हो जाएगा। जियोमोनी और सोडेक्सो के बीच यह साझेदारी, दोनों ही अपने-अपने स्थान पर नेताओं के रूप में सामने आती हैं, उच्च स्तर के डोमेन विशेषज्ञता पूरे देश के भुगतान परिदृश्य में एक कट्टरपंथी बदलाव लाएगी।