नई दिल्ली। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने अपने मंच का दुरुपयोग होने से रोकने और फर्जी एप (स्पैम) के खिलाफ जंग तेज करते हुए अप्रैल से जून के दौरान 1.43 लाख से ज्यादा एप हटाए हैं। कंपनी ने उसकी नीतियों का उल्लंघन करने वाली एप पर यह कार्रवाई की है।
ट्विटर ने कहा कि वह निगरानी और निजता के लिए बड़ा जोखिम खड़ा करने वाले स्पैम और दुर्भावनापूर्ण स्वचालन जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए अतिरिक्त कदम उठा रही है।
ट्विटर ने एक बयान में कहा, नीतियों का उल्लंघन करने पर अप्रैल से जून 2018 के बीच हमने 1,43,000 से ज्यादा एप को हटाया है। हम इस तरह के दुर्भावनापूर्ण एप को और तेजी एवं प्रभावी तरीके से रोकने के लिए बेहतर टूल और प्रक्रियाएं बनाने में निवेश जारी रखेंगे।
कंपनी ने इस बात पर जोर दिया कि वह स्पैम शुरु करने में, बातचीत को तोड़ - मरोड़कर पेश करने में या ट्विटर का उपयोग करके लोगों की निजता पर हमला करने में अपने मंच के इस्तेमाल को सहन नहीं करेगी।
ट्विटर ने लोगों के लिए एक नया विकल्प 'रिपोर्ट ए बैड एप' भी पेश किया है। ट्विटर के उपयोक्ता उसके हेल्प सेंटर में मौजूद इस विकल्प का इस्तेमाल करके उन एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं, जो स्पैम उत्पन्न करते हों या ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करता है।
ट्विटर ने सभी डेवलपरों के लिए उसके एपीआई तक पहुंचने के लिए अनुरोध का एक नया तरीका भी पेश किया है। इसी के साथ एप निर्माण के लिए जवाबदेही बढ़ाने और ट्विटर पर सामग्री (कंटेंट) तथा खाते से जुड़ने की प्रक्रिया में भी बदलाव किया गया है। (भाषा)