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विश्व नवकार महामंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है, जानें खास बातें

9 अप्रैल को वैश्विक नवकार महामंत्र दिवस, जानें मंत्र की महिमा

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WD Feature Desk

, बुधवार, 9 अप्रैल 2025 (10:54 IST)
Namokar Mahamantra Day: विश्व नवकार महामंत्र दिवस इस केंद्रीय जैन प्रार्थना के गहन आध्यात्मिक महत्व का जश्न मनाने, इसके सार्वभौमिक मूल्यों को बढ़ावा देने और व्यक्तिगत और सामूहिक कल्याण और शांति के लिए इसके जाप को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। वर्तमान खबरों के अनुसार, वर्ष 2025 में, 9 अप्रैल को वैश्विक नवकार महामंत्र दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें कई देशों के लोग कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। यह इस शुभ मंत्र के बढ़ते महत्व और वैश्विक मान्यता को और उजागर करता है।ALSO READ: महावीर जयंती पर जानिए उनकी अद्भुत शिक्षाएं

आइए जानते हैं इस खास मंत्र की महिमा के बारे में...
 
नवकार महामंत्र/णमोकार महामंत्र:
 
णमो अरिहंताणं,
णमो सिद्धाणं,
णमो आयरियाणं,
णमो उवज्झायाणं,
णमो लोए सव्व साहूणं। 

एसो पंच णमोक्कारो, सव्व पाव-प्पणासणो।
मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवइ मंगलं॥
 
यह नमस्कार महामंत्र सर्वोत्कृष्ट मंत्र है, मंत्राधिराज है। नमस्कार महामंत्र सर्वदा सिद्ध मंत्र है। इसमें समस्त रिद्धियां और सिद्धियां विद्यमान हैं। शांति, शक्ति, संपत्ति तथा बुद्धि के रूप में विश्व में पूजित शक्तियों का आधार नमस्कार महामंत्र ही है। नमस्कार महामंत्र को मंत्र शास्त्र ने 'सव्व पाव पणासणो'- समस्त पाप (क्लेश) का नाश करने वाला बताया है।
 
विश्व नवकार महामंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है:
 
* एक मौलिक मंत्र का सम्मान: णमोकार महामंत्र या नवकार महामंत्र जैन धर्म का सबसे मौलिक और श्रद्धेय मंत्र है। इसे जैनियों द्वारा पढ़े जाने वाली पहली प्रार्थना माना जाता है और यह संपूर्ण जैन दर्शन के सार को समाहित करता है। इसके लिए एक दिन निर्धारित करना इसके सर्वोच्च महत्व पर जोर देता है।
 
* आध्यात्मिक महत्व: यह मंत्र किसी विशिष्ट देवता की स्तुति नहीं करता है, बल्कि "पंच परमेष्ठी"- पांच सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरुओं के गुणों का वंदन करता है: 
 
1. अरिहंत: जिन्होंने अपने आंतरिक शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर ली है।
 
2. सिद्ध: पूर्ण रूप से मुक्त आत्माएं जिन्होंने मोक्ष प्राप्त कर लिया है।
 
3. आचार्य: साधु संघ के नेता।
 
4. उपाध्याय: साधुओं के शिक्षक।
 
5. साधु: सभी अन्य त्यागी या साधु और साध्वियां।
 
* सार्वभौमिक मूल्यों को बढ़ावा देना: नवकार महामंत्र जैन धर्म के मूल मूल्यों जैसे अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह को बढ़ावा देता है। एक समर्पित दिन इन मूल्यों पर चिंतन और उन्हें अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
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* आध्यात्मिक उन्नति की खोज: नवकार महामंत्र का जाप आत्मा को शुद्ध करने, नकारात्मक कर्मों को नष्ट करने और व्यक्तियों को आध्यात्मिक प्रगति और मुक्ति यानी मोक्ष की ओर मार्गदर्शन करने वाला माना जाता है। एक विशेष दिन अधिक लोगों को अपनी आध्यात्मिक उन्नति के लिए इस मंत्र से जुड़ने के लिए प्रेरित कर सकता है।
 
* एकता और शांति को बढ़ावा: नवकार महामंत्र एक सार्वभौमिक प्रार्थना है जो जैन धर्म के भीतर सांप्रदायिक सीमाओं से परे है और आध्यात्मिक गुणों और नैतिक जीवन जीने पर जोर देने के कारण सभी धर्मों के लोगों द्वारा सराही जा सकती है। जाप का एक वैश्विक दिन शांति, सद्भाव और एकता को बढ़ावा देता है।
 
नवकार महामंत्र की खास बातें:
 
* कोई विशिष्ट देवता नहीं: कई अन्य धार्मिक प्रार्थनाओं के विपरीत, नवकार महामंत्र किसी विशेष भगवान या तीर्थंकर से प्रार्थना या एहसान नहीं मांगता है। इसके बजाय, यह आध्यात्मिक रूप से उन्नत प्राणियों के गुणों का सम्मान और स्मरण करने पर केंद्रित है।
 
* शुभता: नवकार महामंत्र को जैन धर्म के सभी मंत्रों में सबसे शुभ (मांगलिक) माना जाता है।
 
* शुद्धता और मुक्ति: मंत्र का मूल संदेश आध्यात्मिक शुद्धि के माध्यम से जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति/मोक्ष के मार्ग को प्राप्त करना है।
 
* सार्वभौमिकता: यह सभी के लिए एक प्रार्थना मंत्र है, जो प्रत्येक आत्मा की आध्यात्मिक ऊंचाई प्राप्त करने की क्षमता पर जोर देती है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: महावीर स्वामी और गौतम बुद्ध में थीं ये 10 समानताएं
 

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