लद्दाख स्वायत्त पर्वत विकास परिषद- करगिल चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर 22 सीट जीती हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। केंद्र द्वारा 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने और लद्दाख को केंद्र-शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद करगिल में लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल का यह पहला चुनाव है।
अधिकारियों ने बताया कि 4 अक्टूबर को 26 सीट पर चुनाव हुआ था। प्रशासन 30-सदस्यीय लद्दाख एलएएचडीसी-करगिल के लिए चार सदस्यों को मनोनीत करता है और उनके पास मतदान का अधिकार होता है।
अधिकारियों के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने 12 सीट जीतीं और वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस ने 10 सीट पर जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो सीट जीतीं, जबकि दो निर्दलीय उम्मीदवार भी विजय हुए हैं।
एलएएचडीसी चुनाव में 77.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। नेशनल कॉन्फ्रेंस के फिरोज अहमद खान की अध्यक्षता वाली मौजूदा परिषद ने एक अक्टूबर को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। नई परिषद 11 अक्टूबर से पहले गठित होगी।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने चुनाव से पहले गठबंधन की घोषणा की थी। दोनों दलों ने कहा कि यह व्यवस्था उन इलाकों तक सीमित है, जहां भाजपा के साथ कड़ा मुकाबला है।
पिछले चुनाव में एक सीट जीतने वाली भाजपा ने इस बार 17 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी चार सीट पर अपनी किस्मत आजमाई, जबकि 25 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे। इस चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया गया। भाषा