Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

J&K: कश्मीर में जानलेवा ठंड, लगातार तीसरी रात पारा शून्य से नीचे रहा

हमें फॉलो करें Himachal snowfall
, बुधवार, 4 जनवरी 2023 (12:42 IST)
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में लगातार तीसरी रात पारा जमाव बिंदु से नीचे दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। श्रीनगर में मंगलवार की रात न्यूनतम तापमान शून्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यह शून्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था।
 
अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर अनंतनाग जिले के पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया और पहलगाम जम्मू-कश्मीर का सबसे ठंडा स्थान रहा। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले में स्थित प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 8.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
 
मौसम विभाग ने क्षेत्र में अगले कुछ दिनों के लिए शुष्क मौसम की संभावना जताई है जिससे रातें ज्यादा ठंडी और दिन का मौसम अपेक्षाकृत गर्म रहेगा। घाटी के प्रवेश द्वार काजीगुंड में भी मंगलवार रात को न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि दर्ज की गई। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से 5.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
 
अधिकारियों ने बताया कि सीमांत जिले कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे जबकि दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस सर्दी में सामान्य से कम बारिश के कारण स्थानीय निवासियों, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में श्वसन संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं। शून्य से नीचे तापमान से कश्मीर घाटी में कई जलाशय जम गए हैं।
 
कश्मीर में इस समय 'चिल्लई कलां' का दौर जारी है। 40 दिन का यह दौर सबसे मुश्किल समय होता है, जब बर्फबारी सबसे ज्यादा होती है। यह 21 दिसंबर से शुरू होकर 30 जनवरी को समाप्त होता है। घाटी में 'चिल्लई खुर्द' (छोटी सर्दी) के 20 दिन और 'चिल्लई बच्चा' (शिशु सर्दी) के 10 दिन के बाद भी ठंड जारी रहती है। घाटी के ज्यादातर भागों में गत गुरुवार को बर्फबारी हुई थी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Covid India Update: कोरोना के 175 नए मामले, 2570 उपचाराधीन मरीज, कोई मौत नहीं