जम्मू। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अब जम्मू-कश्मीर में नार्कों टेरोरिज्म की खातिर अब स्कूलों बच्चों व आत्मसमर्पित आतंकियों का सहारा लेना आरंभ किया है। पिछले 1 सप्ताह में एलओसी के इलाकों में 2 स्कूली छात्राओं की हेरोइन के साथ गिरफ्तारी के साथ ही डोडा में एक सरेंडर मिलिटेंट को पकड़ने के बाद इसकी पुष्टि हो चुकी है।
सुरक्षा एजेंसियों ने एलओसी के पास रहने वाली स्कूल जाने वाली 2 बहनों की गिरफ्तारी के साथ जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तानी आईएसआई द्वारा संचालित नशीले पदार्थों की तस्करी के एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। दरअसल, पुंछ जिले के मेंढर में पुलिस और बीएसएफ ने एलओसी पर 400 ग्राम हेराइन के साथ गुरुवार को 1 नाबालिग छात्रा को पकड़ा था। इस मामले में दूसरे दिन उसकी बहन को भी 490 ग्राम हेराइन के साथ गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि जांच में पता चला है कि सीमापार से ताल्लुक रखने वाला युवक दोनों को नशे की खेप पहुंचा रहा था। दोनों बहनें एलओसी पर उस गांव की निवासी हैं, जो आधा भारत में और आधा पाकिस्तान में माना जाता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह नई आतंकी साजिश को देखकर चौंकाने वाला था जिसमें पाकिस्तान बच्चों का इस्तेमाल आतंकी योजनाओं को चलाने के लिए कर रहा था। अधिकारी ने कहा कि यह देखना चौंकाने वाला है कि पाकिस्तान जान-बूझकर बच्चों को ड्रग्स का आदी बनाने के लिए क्या कर रहा है। उनके मुताबिक पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर को उड़ता जम्मू-कश्मीर बना देना चाहता है।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन राजधानी क्षेत्र में स्कूली बच्चों पर नजर रखने के लिए अलार्म बजा दिया गया है अगर किसी और किशोर को इस धंधे में धकेला जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि दोनों लड़कियों ने सरकारी एजेंसियों को बताया है कि वह पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थीं, जो उन्हें पैसे और अन्य लाभ देने का वादा करता था, अगर वह खेप के लिए कूरियर के रूप में काम करती हैं तो।
और इसी क्रम में डोडा के गंदोह थाना पुलिस ने नशा तस्करी के आरोप में फरार पूर्व आतंकी को गंदोह के बागली मोड़ से गिरफ्तार किया है। आरोपी 22 दिन पहले फरार हुआ था और उसके साथी को पुलिस ने मौके पर ही नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार कर लिया था। इनके खिलाफ गंदोह थाने में 27 नवंबर, 2022 को मामला दर्ज किया गया था। दोनों की पहचान पूर्व आतंकी अनायतुल्ला खान निवासी सनवारा (गंदोह) और आदिल इकबाल निवासी चिल्ली पिंगल के रूप में हुई है।
पुलिस आरोपी की 22 दिन से तलाश कर रही थी। पुलिस का कहना था कि इन घटनाओं से साबित होता था कि पाकिस्तान अब जम्मू-कश्मीर को उड़ता जम्मू-कश्मीर बना देना चाहता है। पहले ही वह खत्म होते आतंकवाद के कारण तिलमिला रहा है।
Edited by: Ravindra Gupta