जम्मू। पुंछ-राजौरी हाईवे पर सेना के कैंप के बाहर शुक्रवार सुबह 2 स्थानीय युवकों के शव मिले हैं। दोनों के शवों पर गोलियों के निशान हैं। खबरों के मुताबिक इनकी हत्या अज्ञात आतंकियों ने की है जबकि एक खबर यह भी कहती है कि जिस सेना कैंप के बाहर शव मिले हैं, वहां के जवानों ने उन्हें संदिग्ध अवस्था में घूमते पाए जाने पर गोली मार दी थी।
शव मिलने के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जो समाचार भिजवाए जाने तक जारी थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे पुंछ-राजौरी राजमार्ग पर सेना के शिविर के अल्फा गेट के बाहर गोलियों के निशान वाले 2 स्थानीय लोग मृत पाए गए। स्थानीय लोगों ने मारे गए लोगों की पहचान राजौरी जिले के मूल निवासी कमल कुमार और सुरिंदर कुमार के रूप में की है।
एक ट्रक चालक चालक ने पत्रकारों को बताया कि मैं अपने वाहन में यात्रा कर रहा था और सेना शिविर के अल्फा गेट पर गोलियों की कई आवाजें सुनीं। मैंने अपना वाहन पीछे छोड़ दिया और बचने के लिए भागा। बाद में मुझे पता चला कि 2 स्थानीय लोग मारे गए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे तथ्यों का पता लगा रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारी यह पता लगाने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं कि वास्तव में क्या हुआ था और 2 स्थानीय लोगों की मौत कैसे हुई?
इस बीच घटना की जांच की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने इलाके में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। प्रदर्शनकारियों ने राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है और राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि कि सेना के अल्फा गेट के बाहर खाली कारतूस पाए गए हैं।
Edited by: Ravindra Gupta