Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

Bulandshahr: नशेड़ी युवक ने कर दी 2 वर्षीय बालक की नृशंस हत्या, मॉब लिंचिंग के शिकार हत्यारे की उपचार के दौरान मौत

हमें फॉलो करें Bulandshahr: नशेड़ी युवक ने कर दी 2 वर्षीय बालक की नृशंस हत्या, मॉब लिंचिंग के शिकार हत्यारे की उपचार के दौरान मौत

हिमा अग्रवाल

, गुरुवार, 15 दिसंबर 2022 (13:13 IST)
बुलंदशहर। उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां पर एक नशेड़ी युवक ने 2 वर्षीय बालक को उठाकर शरीर से गर्दन अलग कर नृशंस हत्या कर दी। बालक की हत्या के बाद उसके सिर को लेकर खेतों में बैठ गया। परिजन बालक की तलाश करते हुए खेतों की तरफ पहुंचे तो हत्यारे शख्स को खून में लथपथ देखकर वे पूरा माजरा समझ गए।
 
खेतों में 2 साल के मासूम वैभव का सिर पड़ा हुआ था जिसके चलते उन्होंने हत्यारे की जमकर पिटाई करते हुए उसे अधमरा कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्यारे को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया और उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान वैभव को मौत के घाट उतारने वाले किशनपाल उर्फ काजू की भी मौत हो गई।
 
2 साल के बच्चे की नृशंस हत्या का मामला बुलंदशहर जिले के थाना खानपुर क्षेत्र के गांव सौंझना झाया का है। यहां बुधवार की सुबह 2 वर्षीय मासूम वैभव घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान हत्यारोपी किशनपाल की नजर उस पर पड़ी और वह उसे अपने साथ खेलने के बहाने बहला-फुसलाकर खेतों ले गया।
 
नशे में चूर किशन ने खेतों के बीच जाकर वैभव की गर्दन काट दी। खेतों के मध्य वैभव को किशन क्यों लेकर गया, यह प्रश्न अभी भी अनुत्तरित है, वहीं उसकी हत्या क्यों हुई? इसकी वजह भी साफ नही हो पाई है। वहीं कुछ लोग दबे स्वर में अह रहे हैं कि हत्यारे ने मासूम को मारकर उसका खून पिया है। इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो पुलिस जांच में ही स्पष्ट हो पाएगा।
 
वैभव के घर से गायब होने की सूचना गांव में आग की तरह फैल गई। ग्रामीण परिजनों के साथ मिलकर खेतों की तरफ दौड़ पड़े। एक खेत के बाहर वैभव की चप्पल दिखाई दी। परिजन जैसे ही खेत के अंदर घुसे तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि उन्होंने गांव के ही किशन को खून से सना देखा और कुछ दूरी पर वैभव का सिर धड़ से अलग पड़ा था।
 
गुस्साए ग्रामीणों ने हत्यारे की जमकर पिटाई कर दी जिसके चलते वह अधमरा हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किशनपाल को अस्पताल पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान 35 वर्षीय नशेड़ी किशनपाल की मौत हो गई है।
 
वहीं वैभव के परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से गांव में कोई दुश्मनी नहीं है। पता नहीं, उनके कलेजे के टुकड़े को क्यों मार दिया गया? मासूम को खोने के बाद उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में दहशत फैली हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि वैभव अपने घर के साथ गांव का दुलारा था। मृतक बच्चे की मां बार-बार शव को देखकर अपने लाल को उठने की पुकार लगाती रही। इस मंजर को देखकर आसपास के लोगों की आंखें भी नम हो गईं।
 
वहीं उत्तरप्रदेश में एक बार फिर से गुस्साई भीड़ ने हत्यारे पर दे-दनादन लात-घूंसे बरसा दिए। मॉब लिंचिंग के चलते वैभव के हत्यारे किशनपाल की उपचार के दौरान जान चली गई है। जिसे देखकर यह कहा जा सकता है कि लोगों के अंदर अब खाकी का भय कम होता जा रहा है।

Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

श्रीनगर और जम्मू में क्यों अटकी मेट्रो परियोजना?