Independence Day: अगर खुफिया अधिकारियों पर विश्वास करें तो सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और अधिकांश कमांडरों के मारे जाने से हताश आतंकी गुट अपने बचे-खुचे कैडर का मनोबल बनाए रखने के लिए स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के दौरान राज्य में दोनों राजधानी शहरों- श्रीनगर व जम्मू में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं।
सुरक्षा बलों ने आतंकियों के मंसूबों को समय रहते नाकाम बनाते हुए कानून व्यवस्था का माहौल बनाए रखने के लिए विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार आतंकियों ने दोनों राजधानी शहरों में अपने मॉड्यूल सक्रिय कर दिए हैं।
इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह का मुख्य आयोजन मौलाना आजाद स्टेडियम में होना है जिसके चलते वहां सुरक्षा को पुख्ता बनाने का काम शुरू हो गया है। स्टेडियम के आसपास सुरक्षा बलों की तैनाती शुरू कर दी गई है।
जम्मू पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहर और उसके बाहरी क्षेत्रों को सुरक्षा के लिहाज से विभाजित कर वहां पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बलों की तैनाती आरंभ की गई है। विशेष रूप से मुख्य समारोह स्थल और इसके आसपास के क्षेत्रों की जांच चल रही है।
पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से आतंकियों द्वारा घुसपैठ की आशंका के बारे में खुफिया सूचनाएं मिली हैं जिसके चलते बीएसएफ के साथ मिलकर आतंकियों के नापाक इरादे को विफल बनाने के लिए रणनीति बनाई जा रही हैं।
आतंकियों के मंसूबों को भांपते हुए वादी में अल्पसंख्यकों की बस्तियों की सुरक्षा की समीक्षा कर उसमें व्यापक सुधार लाने के अलावा विभिन्न धर्मस्थलों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हाईवे पर आतंकी हमले की आशंका का आकलन करते हुए उसे विभिन्न सेक्टरों में बांटते हुए आवश्यकतानुसार सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ाई गई है।
जम्मू रेलवे स्टेशन, बस अड्डों की सुरक्षा कड़ी व नाकों की संख्या बढ़ाई जाने लगी है। जम्मू में भी विभिन्न इलाकों में पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों की गश्त बढ़ाई गई है। रेलवे स्टेशन और बस अड्डों की सुरक्षा बढ़ाने के साथ शहर में आने जाने के रास्तों पर भी नाकों की संख्या बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं। आईबी और एलओसी पर भी चौकसी बढ़ाते हुए स्थानीय लोगों को भी किसी संदिग्ध को देखते ही निकटवर्ती सुरक्षा चौकी में सूचित करने के लिए कहा गया है।
Edited by: Ravindra Gupta