रांची। केंद्रीय मंत्री एवं झारखंड के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य के झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत भ्रष्ट गठबंधन को सत्ता से उखाड़ फेंकने के बाद राज्य में अगली सरकार बनाएगी।
चौहान और असम के मुख्यमंत्री एवं झारखंड के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव सह-प्रभारी हिमंत विश्व शर्मा ने इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के वास्ते रणनीति तैयार करने के लिए रांची में पार्टी नेताओं, विधायकों, सांसदों और कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की। चौहान ने कहा कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में झारखंड में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया, जहां उसने 8 सीटें जीतीं और उसकी सहयोगी आजसू पार्टी को एक सीट मिली।
उन्होंने कहा कि संसदीय चुनाव में 81 विधानसभा सीटों में से हमें 52 पर बढ़त मिली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरा कार्यकाल दिलाने में इस राज्य ने अहम भूमिका निभाई। मैं इस उपलब्धि के लिए पार्टी नेतृत्व, बूथ कार्यकर्ताओं और झारखंड की जनता को बधाई देता हूं।
चौहान ने कहा कि पार्टी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में काम करेगी और आगामी विधानसभा चुनाव में झारखंड में अगली सरकार बनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में मौजूदा झामुमो नीत सरकार भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार है। उन्होंने कहा कि राज्य में हर जगह लूट मची हुई है, चाहे वह रेत हो, कोयला हो, खदानें हों या खनिज हो। (पूर्व) मुख्यमंत्री जेल में हैं और कई नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया जा रहा है।
चौहान ने कहा कि झारखंड को कुशासन से मुक्त करना और भाजपा के सुशासन को बहाल करना आवश्यक हो गया है ताकि राज्य को विकसित झारखंड बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने सरकारी 9करी देने या बेरोजगारी भत्ता देने के अपने वादे पूरे नहीं किए हैं।
लोकसभा चुनाव में 5 आदिवासी आरक्षित सीट पर भाजपा की हार के बारे में पूछे गए एक सवाल पर शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा होता है, लेकिन कुल मिलाकर नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे। झारखंड की 14 लोकसभा सीट में से 5 सीट - सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा, दुमका और राजमहल - अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं। इन 5 आरक्षित सीट में से झामुमो ने 3 और कांग्रेस ने 2 सीटें जीतीं।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 9 लोकसभा सीट जीतीं और 52 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की। इसका मतलब है कि अगर झारखंड में अभी विधानसभा चुनाव होते हैं, तो हम 52 सीटें जीतेंगे, जबकि राज्य में बहुमत का जादुई आंकड़ा 41 का है।
शर्मा ने दावा किया कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की विधानसभा सीट पर भी बढ़त हासिल की। उन्होंने कहा कि अगर मैं झारखंड का मुख्यमंत्री होता, तो इस विफलता के कारण इस्तीफा दे देता।
झारखंड के मुख्यमंत्री सरायकेला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की गीता कोड़ा को 1,18,373 वोट मिले, जबकि झामुमो की जोबा माझी को 98,488 वोट मिले। हालांकि, माझी ने कोड़ा को 1.68 लाख मतों के अंतर से हराकर सिंहभूम लोकसभा सीट जीती।
विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए पर्याप्त समय होने का उल्लेख करते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा झारखंड में 70 सीट जीतेगी। हाल के लोकसभा चुनावों में 52 विधानसभा सीट पर बढ़त लेने के भाजपा के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में 20 निर्वाचन क्षेत्र भी नहीं जीत पाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के आदिवासी लोगों ने भाजपा को 5 लोकसभा सीट पर हराकर पहले ही उसे नकार दिया है। ठाकुर ने कहा कि चौहान और शर्मा चुनाव परिणामों में कोई अंतर नहीं डाल पाएंगे।
झारखंड सरकार की प्रस्तावित नकद अंतरण योजना पर बोलते हुए, जिसमें 25 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपए दिए जाएंगे, शर्मा ने कहा कि महिलाओं को 'खटाखट' योजना के तहत एक लाख रुपए मिलने चाहिए। जिस दिन उन्हें यह मिलेगा, मैं व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री (चंपई सोरेन) को धन्यवाद दूंगा।
'खटाखट' योजना से उनका इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किए गए चुनावी वादे की ओर था। उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी चुनाव जीतती है तो वह देश के हर गरीब परिवार की एक महिला के खाते में प्रति वर्ष एक लाख रुपए जमा कराएगी।
इससे पहले चौहान और शर्मा ने पार्टी की 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नामकुम परिसर और रांची के हटिया इलाके में लीची बागान में पौधे लगाए। चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर्यावरण के प्रति चिंतित हैं। आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को सुरक्षित बनाने के लिए यह पहल शुरू की गई है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta