बहराइच। रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों द्वारा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाने के लिए खड़े किसानों पर सांसद व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष उर्फ मोनू व उसके साथियों ने गाड़ी चढ़ा दी। इसमें 4 किसानों समेत अन्य 4 लोगों की मौत हुई है। लखीमपुर में हुई इस घटना से नाराज किसान सड़क पर आ गए थे और मृतक किसानों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और उत्तरप्रदेश सरकार के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक किसानों के परिवार से बात करते हुए 45 लाख रुपए और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। आज मंगलवार को किसानों पर गाड़ी चढ़ाने का वीडियो वायरल होते ही एक बार फिर से किसानों में रोष है। मृतक 2 किसानों के परिवार पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नजर नही आए और दोबारा पोस्टमार्टम की मांग की थी। इन परिवारों का कहना है कि गोली लगने से मौत हुई है।
बहराइच के 2 किसानों की लखीमपुर खीरी कांड में मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृतक किसान के परिजनों से मिलने के लिए बहराइच पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री पर हमला बोल दिया। टिकैत ने मंत्री का काला चिट्ठा खोलते हुए कहा कि मिली जानकारी के मुताबिक लकड़ी चोर और माफिया था। ये खैर की और चंदन की लकड़ी की चोरी करके व्यापार करता था। इसका नेपाल में अवैध डीजल और खाद का बिजनेस था।
गुरुविंदर सिंह के अंतिम संस्कार के बारे में राकेश टिकैत बोले कि जो भी पीड़ित परिवार की मांग है, उस पर काम होगा। अंतिम फैसला मृतक किसान परिवार और संयुक्त मोर्चा के लोगों का होगा। अकेले मेरे फैसले से कुछ नहीं होगा। फिलहाल दूसरा पोस्टमार्टम करवाने की तैयारी की जा रही है। लखनऊ पीजीआई से दोबारा पोस्टमार्टम के लिए 5 सदस्यीय टीम प्लेन से आ रही है। देर रात्रि तक पोस्टमार्टम हो जाएगा। फिलहाल पोस्टमार्टम हाउस के बाहर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।