लखनऊ। लखीमपुर खीरी मामले की तफ्तीश कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को मामले के 6 संदिग्धों की तस्वीरें जारी कीं। एसआईटी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी को सुबूत इकट्ठा करने के दौरान कुछ वीडियो और तस्वीरें मिली हैं। हम उनके आधार पर 6 फोटो जारी करके लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे उनकी पहचान करें। उन्होंने बताया कि सूचना देने वालों का नाम-पता गुप्त रखा जाएगा और उन्हें वाजिब इनाम भी दिया जाएगा। तस्वीरों में उन दूरभाष नंबरों का भी उल्लेख किया गया है जिन पर सूचना दी जा सकती है।
गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में आयोजित दंगल कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की शिरकत के विरोध के दौरान हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। प्रदेश की भाजपा सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी जिसने इस घटना में भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में 36 से ज्यादा किसानों को नोटिस जारी की है।
मामले में तिकोनिया थाने में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। एक में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष तथा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था, वहीं दूसरी प्राथमिकी में सुमीत जायसवाल की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। सुमीत इस वक्त पुलिस की गिरफ्त में है।
सुमीत ने अपनी शिकायत में खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताते हुए कहा था कि वह केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पैतृक गांव बनबीरपुर में दंगल कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का स्वागत करने के लिए जा रहा था, तभी हिंसा भड़क उठी। इस मामले में अब तक गृह राज्यमंत्री के बेटे समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। किसानों का आरोप है कि उनके साथियों को कुचलने वाली गाड़ियों में से एक में आशीष सवार था। हालांकि मंत्री के बेटे ने कहा कि वह घटना के वक्त अपने पैतृक गांव में आयोजित दंगल कार्यक्रम में मौजूद था।