कन्या और मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह कन्या में उच्च, मीन में नीच का होता है। लाल किताब में छठे भाव में शनि बली और बारहवें भाव में मंदा होगा। चंद्र और मंगल के साथ एवं इनकी राशियों में बुरा फल देता है। लेकिन यहां पांचवें घर में होने या मंदा होने पर क्या सावधानी रखें जानिए।
कैसा होगा जातक : यदि पांचवें खाने में बुध है तो फकीर की आवाज या आशीर्वाद फलीत होने वाला माना गया है। ऐसे व्यक्ति के मुंह से निकला वाक्य उत्तम फल देने वाला सिद्ध होगा। भाग्यशाली, विनोदी स्वभाव, प्रसंन्न रहने वाला। जीवन आनंदमय व्यतीत होगा। शर्त यह है कि सावधानी बरतें।
5 सावधानियां :
1. काल्पनिक डर और बेकार के तंत्र-मंत्र से बचें।
2. बोलते वक्त संयम रखें। नकारात्मक न बोलें।
3. पिता का ध्यान रखें।
4. संतान का ध्यान रखें।
5. सभी तरह के व्यसन से बचें।
क्या करें :
1. गाय की सेवा करें।
2. सूर्य और बृहस्पति के उपाय करें।
3. कन्याओं को भोजन कराएं।
4. माथे पर केसर का तिलक लगाएं।
5. तांबे के सिक्के को सफेद धागे में लपेटकर कर धारण करें।