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यदि चन्द्र खराब है, तो आजमाएं लाल किताब के ये अचूक उपाय

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कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा मिथुन और कर्क राशि में उच्च होता है एवं वृश्चिक में नीच। लाल किताब के अनुसार गुरु और सूर्य एक ही जगह हैं तो चन्द्र है। राहु के साथ होने से चन्द्रग्रहण। चन्द्र व सूर्य की युति कूटनीतिज्ञ, चन्द्र व मंगल की युति परिणाम की चिंता नहीं करने वाला, चन्द्र व बुध की युति कूटनीतिज्ञ या कारोबारी, चन्द्र व गुरु की युति शिक्षक या सलाहकार, चन्द्र व शुक्र की युति सौन्दर्यप्रिय कलाकार, चन्द्र व शनि की युति न्यायप्रिय एवं मेहनती लेकिन निराशावादी, चन्द्र व राहु की युति रहस्यमयी विद्याओं में रुचि एवं शोध, चन्द्र व केतु की युति व्यक्ति को समझ पाना कठिन।


चन्द्रमा के मित्र सूर्य और बुध हैं तथा राहु और केतु शत्रु हैं। मंगल, गुरु, शुक्र और शनि सम हैं, लेकिन लाल किताब में मित्र और शत्रु ग्रहों का निर्णय कुंडली की स्थिति के अनुसार होता है। लाल किताब के अनुसार यहां प्रस्तुत हैं चन्द्रमा को शुभ करने के खाने के अनुसार उपाय।

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चन्द्रमा के अशुभ होने की निशानी
*मन में अत्यधिक बेचैनी रहती है।
*माता का लगातार बीमार रहना।
*घर के जलस्रोतों का सूख जाना।
*महसूस करने की क्षमता क्षीण हो जाती है।
*मानसिक रोगों का कारण भी चन्द्र को माना गया है।
*घर में यदि दूध देने वाला जानवर या घोड़ा हो, तो वह मर जाता है।
*अशुभ चन्द्र सुंदरता, प्रेम और वैवाहिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है।
*6, 8, 10, 11 एवं 12 नंबर खाने में चन्द्र मंदा होता है।
*चन्द्रमा पर शुक्र, बुध, शनि, राहु व केतु की दृष्टि होती है, तो मंदा फल होता है।
*राहु, केतु या शनि के साथ होने तथा उनकी दृष्टि चन्द्र पर पड़ने से चन्द्र अशुभ हो जाता है। 
 
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खाने के अनुसार चन्द्रमा के सामान्य उपाय
चन्द्र खाना नंबर 1
*घर में चांदी का बर्तन रखें, 24 या 27 की उम्र में शादी न करें।
*हरे रंग व ससुराल वालों से दूर रहें।
*बच्चों की सलामती के लिए नदी में सिक्का डालें।
*घर में टोंटी के साथ 1 चांदी के बर्तन या केतली न रखें।
*चारपाई के चारों पायों में तांबे की कीलें ठोंकें।
*हमेशा अपने घर में चांदी की 1 थाली रखें।
*पानी या दूध पीने के लिए हमेशा चांदी के बर्तन का प्रयोग करें।
 
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चन्द्र खाना नंबर 2
*घर के भीतर मंदिर का होना जातक की पुत्र प्राप्ति में बाधक हो सकता है।
*लगातार 43 दिनों तक कन्याओं को हरा कपड़ा बांटें।
*चन्द्रमा से संबंधित चीजें जैसे चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने घर की नींव में दबाएं।
*चावल, चांदी, मिट्टी से लीपा हुआ फर्श और माता का आशीर्वाद फलदायी है।
 
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चन्द्र खाना नंबर 3
*पुत्री के जन्म के बाद चन्द्रमा से संबंधित चीजें दान करें।
*पुत्र के जन्म के बाद सूर्य से संबंधित चीजें दान करें।
*अपनी बेटी के पैसे और धन का उपयोग न करें।
*8वें घर में स्थित बुरे ग्रह के दुष्प्रभाव से बचने के लिए मेहमानों और दूसरों को खुलकर दूध और पानी बांटें।
*दुर्गादेवी की पूजा करें तथा कन्याओं को भोजन और मिठाई देकर उनके पांव छुएं और आशीर्वाद लें।
 
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चन्द्र खाना नंबर 4
*कोई भी कार्य की शुरुआत करने से पहले मटकी में दूध भरकर घर में रखें।
*व्यभिचार और अनैतिक संबंध जातक की प्रतिष्ठा और आर्थिक मामलों के लिए हानिकारक हैं। 
*यदि दशम भाव में बृहस्पति हैं तो दादाजी के साथ पूजा स्थान में जाकर चढ़ावा चढ़ाएं।
*अधिक खर्च करने से अधिक आय की मान्यता है।
 
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चन्द्रमा खाना नंबर 5
*पंचम भाव में लालच व स्वार्थ से बचना चाहिए।
*किसी अन्य की सलाह मानकर अधिक काम नहीं करने चाहिए।
*अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें।
*किसी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग न करें।
*लोगों की सेवा करें, इससे आपकी आमदनी और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
 
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चन्द्रमा खाना नंबर 6
*दूध और पानी का दान जहर समान। रात के समय दूध कभी भी न पिएं।
*किसी को पानी न पिलाएं।
*अस्पताल या श्मशान भूमि में कुआं खुदवाएं।
 
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चन्द्र खाना नंबर 7
*24वें वर्ष में विवाह-संस्कार नहीं करना चाहिए।
*माता को हमेशा खुश रखें।
*लाभ कमाने के लिए कभी भी दूध या पानी न बेचें।
*पत्नी शादी में अपने मायके से अपने वजन के बराबर चांदी और चावल लाएं।
*श्मशान भूमि की सीमा के भीतर स्थित नल या कुएं से पानी लाएं और अपने घर के भीतर रखें।
 
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चन्द्र खाना नंबर 8
*जुए-सट्टे से दूर रहें।
*मंदिर में चना व दाल अर्पण करें।
*अपने पूर्वजों के लिए श्रद्धा समारोह आयोजित करते रहें।
बुजुर्गों और बच्चों के पैर छूकर आशीर्वाद लें।
 
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चन्द्र खाना नंबर 9
*घर की अलमारी में चांदी का टुकड़ा रखें।
*मजदूरों को दूध परोसना चाहिए।
*घर में चन्द्रमा से संबंधित चीजें रखें। 
*सांप को दूध पिलाएं और मछली के लिए चावल डालें।
 
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चन्द्रमा खाना नंबर 10
*धार्मिक स्थानों की यात्रा भाग्य वृद्धि में सहायक होगी।
*बारिश अथवा नदी का प्राकृतिक जल किसी कंटेनर में भरकर अपने घर के भीतर 15 साल तक रखें।
*रात में दूध न पिएं।
*शराब, मांस और व्यभिचार से बचें।
*दुधारू पशु न पालें।
 
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चन्द्र खाना नंबर 11
*भैरव मंदिर में दूध चढ़ाकर उदारतापूर्वक दूध दान करना चाहिए।
*पेड़े के 125 टुकड़े नदी में प्रवाहित करना चाहिए।
*सुनिश्चित करें कि दादी अपने पोते को न देखने पाए।
*दूध पीने से पहले सोने के 1 टुकड़े को आग में गरम करें और दूध के गिलास में डालकर बुझाएं, इसके बाद दूध पिएं।
 
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चन्द्र खाना नंबर 12
*धार्मिक साधु-संतों को कभी भी दूध और भोजन दान न करें।
*कान में सोने के आभूषण धारण कर ईश्वर की आराधना करें।
*धार्मिक स्थलों की यात्रा करते रहें।
*स्कूल, कॉलेज या अन्य कोई शैक्षणिक संस्थान न खोलें।
*नि:शुल्क शिक्षा पाने वाले बच्चों की मदद न करें।

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