लाल किताब में घर में पत्थर की चक्की रखने की सलाह दी जाती है जिसे घट्टी कहते हैं। यह घट्टी बहुत ही चमत्कारिक लाभ देती है। यह घट्टी क्यों रखते हैं यह जाना भी जरूरी है। आओ जानते हैं कि चक्की रखने के क्या हैं फायदे।
1. चक्की के दो पाट या दो गोल पत्थर होते हैं। एक को बुध और दूसरे को शुक्र मान लीजिये। चक्की के नीचे वाला पत्थर शुक्र और ऊपर वाला पत्थर बुध है।
2. बुध और शुक्र खाना नंबर 7 के मालिक हैं और घट्टी के बीच में जो कील होती है वह खाना नंबर 8 में होती है।
3. लाल किताब का 7वां घर वैवाहिक जीवन तथा गृहस्थी के हालात को बताता है। शुक्र स्त्री सुख, धन, संपत्ति और ऐश्वर्य का मालिक है और बुध व्यापार, नौकरी और अकल का मालिक है। दोनों के बगैर गृहस्थी चलना मुश्किल है।
4. लाल किताब के मुताबिक गृहस्थ की चक्की खाना नंबर 7 में चलती है। चक्की के नीचे का पत्थर स्थिर रहता है और घूमने वाला पत्थर बुध है। इसकी कील खाना नंबर 8 में होती है।
5. सप्तम भाव का कारक बुध तथा भावेश शुक्र है। शुक्र को धरती और रिजक (धन) कहा गया है। बुध को अकाश और अकल कहा गया है। इस चक्की की कीली अर्थात धुरी आठवां घर होता है, जो शनि और मंगल का घर है। आठवें घर के ग्रह गोचर या वर्षफल में जब लग्न या अष्टम भाव में आएंगे तो आपसी संबंधों के फलस्वरूप शुभाशुभ फल देने में सक्षम होंगे।
6. यदि आपकी कुंडली में बुध और शुक्र के हालात सही नहीं है तो किसी लाल किताब के विशेषज्ञ को कुंडली दिखाकर यह चक्की घर में रखेंगे तो हालात सही हो जाएंगे। यह चक्की या घट्टी आपकी गृहस्थी को बेहतर रूप में चलाने में सक्षम है। इसे घर में रखने से गृहस्थी को नजर नहीं लगती है।
7. यदि आपकी कुंडली के 12वें भाव में सूर्य हो या शुक्र और बुध साथ में बैठे हों और यह अशुभ हो रहे हों तो घर में एक चक्की जरूर रखें।
8. यदि बुध को शुक्र की या शुक्र को बुध की मदद नहीं मिल रही हो तो भी घर में चक्की रखें।