नई दिल्ली। अडाणी समूह (Adani Group) ने बड़ा फैसला लेते हुए अपने एफपीओ (FPO) को रद्द करने का फैसला किया है। 20 हजार करोड़ का एफपीओ ओवर सब्सक्राइब हुआ था। अडाणी समूह ने कहा कि बाजार के उतार-चढ़ाव को लेकर यह फैसला लिया गया है। अडाणी इंटरप्राइजेज ने बुधवार रात एक प्रेस रिलीस जारी कर यह जानकारी दी। समझा जाता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है।
अडाणी ग्रुप अपने निवेशकों का पैसा वापस करेगा। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा है कि शेयर बाजार में हलचल और मार्केट में उठापटक को देखते हुए कंपनी का उद्देश्य अपने निवेशकों के हितों का रक्षा करना है।
फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) किसी कंपनी के लिए पैसे जुटाने का एक तरीका होता है। FPO का सब्सक्रिप्शन कल (31 जनवरी को) ही बंद हुआ था।
हिडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया कदम : कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था। समझा जाता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है।
बीएससी के आंकड़ों के अनुसार, अडाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ के तहत 4.55 करोड़ शेयरों की पेशकश की गई थी, जबकि इसपर 4.62 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन मिले थे।
गैर संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित 96.16 लाख शेयरों पर करीब तीन गुना बोलियां मिली थीं। वहीं पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड के 1.28 करोड़ शेयरों पर पूर्ण अभिदान मिला था। हालांकि, एफपीओ को लेकर खुदरा निवेशकों और कंपनी के कर्मचारियों की प्रतिक्रिया ठंडी रही थी।
क्या बोले गौतम अडाणी : अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने कहा कि पिछले हफ्ते कंपनी के शेयर में काफी उतार चढ़ाव के बावजूद एफपीओ मंगलवार को सफलतापूर्वक बंद हुआ। कंपनी और उसके कारोबार के प्रति आपका भरोसा हमारा विश्वास बढ़ाने वाला है जिसके लिए हम आपके आभारी हैं।”
अडाणी ने कहा कि आज कंपनी के शेयर में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव रहा। उन्होंने कहा कि असाधारण परिस्थितियों के मद्देनजर, कंपनी के निदेशक मंडल ने फैसला किया है कि एफपीओ पर आगे बढ़ना नैतिक रूप से ठीक नहीं होगा। निवेशकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है और उन्हें किसी तरह के संभावित नुकसान से बचाने के लिए निदेशक मंडल ने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है।”
क्या था हिंगनबर्ग की रिपोर्ट में : हिंडनबर्ग रिसर्च की पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। गिरावट का यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में समूहों की कंपनियों का सामूहिक बाजार पूंजीकरण सात लाख करोड़ रुपये घट गया है। (एजेंसियां) Edited By : Sudhir Sharma