Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सोने में उछाल से निवेशकों की चांदी, खरीदार परेशान

हमें फॉलो करें सोने में उछाल से निवेशकों की चांदी, खरीदार परेशान
, मंगलवार, 10 सितम्बर 2019 (17:12 IST)
जयपुर। जौहरियों की नगरी कहे जाने वाले जयपुर में सोने-चांदी की कीमतों में एक साल से जारी उछाल से जहां निवेशक बागोबाग हैं वहीं आम खरीददार परेशान हैं। बीते एक साल में सोना 24 प्रतिशत तो चांदी 21 प्रतिशत महंगा हो चुका और इस असामान्य तेजी की सबसे बड़ी वजह अमेरिका व चीन के बीच जारी ट्रेड वार व वैश्विक मंदी की आहट माना जा रहा है।

जयपुर सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने के भाव 39540 रुपए प्रति 10 ग्राम व चांदी के भाव 48480 रुपए प्रति किलो रहे। एक प्रमुख वेबसाइट के अनुसार अगर भावों की तुलना की जाए तो ठीक एक महीने पहले ये क्रमश: 38460 रुपए प्रति 10 ग्राम व 44380 रुपये प्रति किलो थे यानी इनमें क्रमश: 2.8% व 9.24% की तेजी आ चुकी है।

लेकिन एक साल पहले के भावों से तुलना की जाए तो भाव 24.06% व 21.20% चढ़ चुके हैं। पिछले साल 10 सितंबर को जयपुर में सोना (99.99) 31,871.70 रुपए प्रति 10 ग्राम व चांदी 40000 रुपए प्रति किलो थी। कारोबारियों का कहना है कि भले ही पिछले लगभग एक सप्ताह से सर्राफा बाजार में भाव थोड़े नरम दिख रहे हों, लेकिन सालाना व मासिक आधार पर कुल मिलाकर तेजी का रुख है। पिछले सप्ताह 4 सितंबर को जयपुर में सोना 41280 रुपए प्रति 10 ग्राम व चांदी 51800 रुपए की ऊंचाई को छू गई थी।

कारोबारियों का कहना है कि सोने-चांदी के भावों में तेजी की बड़ी वजह दुनिया की 2 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका व चीन में जारी खींचतान है। सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल ने भाषा से कहा, बड़ी वजह तो अमेरिका-चीन में जारी ट्रेड वार ही है। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कमी की संभावना व वैश्विक स्‍तर पर आर्थिक मोर्चे पर सुस्ती भी बाजार धारणा को प्रभावित कर रही है।

जयपुर में सोने के एक प्रमुख कारोबारी डीडी गर्ग ने कहा, दुनिया में जब भी मंदी की आहट होती है तो सोना महंगा हो जाता है क्योंकि सोने को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। यही कारण है कि भावों में तेजी है। बाजार विश्लेषकों के अनुसार सोने-चांदी में उछाल से निवेशक बागोबाग हैं, क्योंकि रिटर्न कहीं अच्छा मिल रहा है वहीं खरीदार परेशान हैं विशेषकर जिन घरों में शादी-ब्याह है उनके लिए सोना-चांदी खरीदना भारी पड़ रहा है।

गर्ग के अनुसार, निश्चित रूप से यह निवेशकों के लिए अच्छा समय है जबकि आम खरीदार शायद उतना खुश नहीं होंगे। एक अन्य कारोबारी के अनुसार, सोने-चांदी के भाव के रुख में आगामी त्योहारी सीजन में भी ज्यादा बदलाव होता नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि यह तो वैश्विक रुख है। देश विशेष में मांग व आपूर्ति जरूर अलग अलग हो सकती है लेकिन कीमतों में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पाकिस्तान ने कबूला सच, जम्मू कश्मीर को बताया भारतीय राज्य...