नई दिल्ली। उद्योग एवं वाणिज्य संगठन एसोचैम के अनुसार भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले साल 7 प्रतिशत को छू सकती है। एसोचैम ने नववर्ष पूर्व के परिदृश्य में रविवार को कहा कि 2019 में आम चुनाव के पहले सरकारी नीतियों का झुकाव संकटग्रस्त ग्रामीण क्षेत्र की ओर हो रहा है।
उसने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 63 प्रतिशत रही है। इसके मुकाबले अगले वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त होने वाली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत को छू सकती है।
मानसून के महत्वपूर्ण होने के कारण अगले वर्ष में महंगाई 4 से 45 प्रतिशत के बीच रह सकती है। संगठन ने कहा कि अगले साल के लिए 7 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर का उसका अनुमान सरकारी नीतियों में स्थिरता, अच्छे मानसून, औद्योगिक गतिविधियों में तेजी, ऋण वृद्धि और स्थिर विदेशी मुद्रा विनिमय दर की आशा पर आधारित है। (भाषा)