नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें लगातार गिर रही है। सोने में बिकवाली का दौर दिखाई दे रहा है। भारत मेें अगस्त में सोना 56,200 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था। 2 माह में यह 5547 रुपए गिरकर 50,653 रुपए तक पहुंच चुका है।
चांदी भी एक समय 80,000 प्रति किलोग्राम के करीब थी। अब इसके दाम भी गिरकर 61,512 रुपए प्रति किलो के स्तर तक पहुंच गए। इसमें 18488 हजार रुपए प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है।
और गिर सकते हैं दाम : देश में नवरात्रि से त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है। त्योहारी सीजन में देश में सोने की मांग बढ़ जाती है। हालांकि आम लोगों में सोने को लेकर उत्साह कम ही दिखाई दे रहा है और हर साल की अपेक्षा इस बार सराफा व्यापारियों का धंधा कुछ मंदा रहने की आशंका है। हालांकि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर में जारी तेजी नहीं थमती है तो सोने की कीमतों में और गिरावट देखी जा सकती है।
गिरावट का शेयर बाजार से संबंध : भारतीय बाजारों में सोने में आई गिरावट को शेयर बाजार से भी जोड़कर देखा जा रहा है। कोरोना काल में आई गिरावट से भारतीय शेयर बाजार अब उबरने लगे हैं। निवेशक एक बार फिर शेयरों में निवेश कर रहे हैं इससे भी सोने की कीमतों में गिरावट का रुख है।
कोरोना काल में था निवेशकों की पहली पसंद : ऐसा माना जाता है कि कठिन समय में सोना ही काम आता है। इसी धारणा को ध्यान में रखते हुए कोरोना काल में लोगों ने सोने-चांदी में काफी निवेश किया था। पिली धातु उस समय निवेशकों की पहली पसंद बन गई थी। इस वजह से भी देश में सोने के दाम तेजी से बढ़े थे।
कमजोर हाजिर मांग : कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने जमा सौदों की कटान की जिससे वायदा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,665 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर का सोना वायदा भाव 47 रुपये यानी 0.09 प्रतिशत घटकर 50,665 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया। इस अनुबंध में 14,585 लॉट के लिए कारोबार किया गया। हालांकि, न्यूयार्क में सोना 0.10 प्रतिशत बढ़कर 1,910.90 डालर प्रति औंस हो गया।