नई दिल्ली। भारत में लागू किए गए माल एवं सेवाकर (जीएसटी) का भूटान की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर होगा। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की ताजा रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
भारत और भूटान के बीच 2016-17 में कुल व्यापार 81.7 करोड़ डॉलर रहा था, जो इससे 1 साल पहले 75 करोड़ डॉलर था। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस दौरान भारत से भूटान को निर्यात 50.9 करोड़ डॉलर रहा और आयात 30.8 करोड़ डॉलर रहा था।
एडीबी की परिदृश्य 2017 अपडेट रिपोर्ट के अनुसार भारत में जीएसटी जुलाई, 2017 में लागू किया गया है। इसका भूटान की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। व्यापार और राजस्व चैनलों से इससे अर्थव्यवस्था पर असर होगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे भूटान का आयात बढ़ेगा क्योंकि जीएसटी के तहत भारत के निर्यात पर शून्य दर लगेगी। इससे आयात सस्ता होगा। इसमें कहा गया है कि भारत को निर्यात पर जीएसटी लगेगा। इससे भूटान को भारतीय उत्पादकों को पूर्व में जो प्रतिस्पर्धी लाभ मिलता रहा है, वह समाप्त हो जाएगा।
इसके अलावा भूटानी सरकार को भारत की उत्पाद शुल्क की छूट समाप्त हो जाएगी, क्योंकि ये कर जीएसटी में समाहित हो जाएंगे जिससे बजट राजस्व में नुकसान होगा। भारत से भूटान मशीन, चिकित्सा उपकरण, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, लौह एवं इस्पात, फाइबर, फॉर्मा, हार्डवेयर और इलेक्ट्रिक ट्रांसफॉर्मर का आयात करता है, वहीं वह भारत को घर में इस्तेमाल होने वाले सामान, कालीमिर्च, इलेक्ट्रिक कलपुर्जों तथा बिजली का निर्यात करता है। (भाषा)