नई दिल्ली। देश की अर्थव्यस्था को लेकर एक अच्छी खबर सामने आ रही है। खबरों के अनुसार जीडीपी विकास दर 13.5 प्रतिशत रही, जो इस साल में सबसे तेज मानी जा रही है। कृषि विकास दर 4.5 प्रतिशत रही है। भारत की अर्थव्यवस्था ने अप्रैल-जून तिमाही में एक साल में अपना सबसे तेज वार्षिक विस्तार हासिल किया है।
जो अर्थव्यस्था की सुधार की ओर बड़ा संकेत बता रहे हैं। 30 जून, 2022 तक के तीन महीनों में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 13.5% था। हालांकि यह भारतीय रिजर्व बैंक के Q1FY23 में 16.2% जीडीपी वृद्धि के अनुमान से कम है।
देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 13.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के बुधवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पिछले वित्त वर्ष (2021-22) की अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 20.1 प्रतिशत रही थी।
कई विश्लेषकों ने तुलनात्मक आधार को देखते हुए देश की आर्थिक वृद्धि दर दहाई अंक में रहने का अनुमान जताया था।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 13 प्रतिशत जबकि भारतीय स्टेट बैंक की एक रिपोर्ट में इसके 15.7 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने इस महीने मौद्रिक नीति समीक्षा में 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर करीब 16.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। चीन की वृद्धि दर 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में 0.4 प्रतिशत रही है।