नई दिल्ली। विनिर्माण, बिजली और खनन क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) इस साल मई में 19.6 प्रतिशत बढ़ा है।
मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन मई, 2021 में निचले आधार प्रभाव के कारण 27.6 प्रतिशत बढ़ा था। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र में इस साल मई में 20.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि पिछले साल इसी महीने यह 32.1 प्रतिशत बढ़ा था।
बिजली क्षेत्र की वृद्धि दर आलोच्य महीने में 23.5 प्रतिशत रही जबकि 1 साल पहले मई, 2021 में यह 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा था। खनन क्षेत्र की वृद्धि दर आलोच्य महीने में 10.9 प्रतिशत रही जबकि पिछले साल मई में इसमें 23.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान आईआईपी 12.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि 1 साल पहले इसी अवधि में इसमें 67.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। निवेश को प्रतिबिम्बित करने वाला पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में मई 2022 में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि 1 साल पहले इसमें 74.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
टिकाऊ उपभोक्ता सामान क्षेत्र में वृद्धि दर आलोच्य महीने में 58.5 प्रतिशत रही जबकि 1 साल पहले समान महीने में इसमें 80.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। प्राथमिक वस्तुओं के मामले में वृद्धि आलोच्य महीने में 17.7 प्रतिशत रही जबकि 1 साल पहले इसी महीने में इसमें 15.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। सूचकांक में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 34 प्रतिशत है।
गैरटिकाऊ उपभोक्ता खंड में मई में वृद्धि 0.9 प्रतिशत रही जबकि 1 साल पहले इसी महीने में यह 0.2 प्रतिशत बढ़ा था। मंत्रालय ने कहा कि आंकड़ों का विश्लेषण मई 2020 से कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न आसामान्य स्थिति को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। इस बीच अप्रैल महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े को संशोधित कर 6.7 प्रतिशत कर दिया गया है जबकि जून में जारी आंकड़े में इसके 7.1 प्रतिशत रहने की संभावना जताई गई थी।(भाषा)