Festival Posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

Jane Street ने एस्क्रो खाते में जमा किए 4843 करोड़, SEBI से प्रतिबंध हटाने का अनुरोध

Advertiesment
हमें फॉलो करें jane street banned by sebi

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , सोमवार, 14 जुलाई 2025 (14:26 IST)
Jane Street News : बाजार में कथित तौर पर हेरफेर के जरिए भारी मुनाफा कमाने वाली अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट (Jane Street) ने एक एस्क्रो खाते में 4,843.57 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं और सेबी (SEBI) से कुछ प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने सोमवार को बयान में यह जानकारी दी और कहा कि बाजाज नियामक इस अनुरोध पर गौर कर रहा है।
 
जेन स्ट्रीट को बाजारों में हेरफेर करने का दोषी पाया था : सेबी ने 3 जुलाई को अपने अंतरिम आदेश में जेन स्ट्रीट (जेएस) को भारी लाभ कमाने के लिए नकदी और वायदा एवं विकल्प बाजारों में एकसाथ दांव लगाकर बाजारों में हेरफेर करने का दोषी पाया था। बाजार नियामक ने कंपनी को बाजार में प्रवेश करने से रोक दिया और 4,843 करोड़ रुपए से अधिक के कथित अवैध लाभ को वापस करने का निर्देश दिया था।ALSO READ: कांग्रेस ने पूछा, जेन स्ट्रीट ने अवैध कमाई के 44,000 करोड़ अमेरिका भेजे, सरकार कैसे वापस लाएगी?
 
जांच में पाया गया था कि जेएस ने जनवरी 2023 से मई 2025 तक की जांच अवधि के दौरान शुद्ध आधार पर 36,671 करोड़ रुपए का लाभ कमाया। नियामक ने कहा कि अंतरिम आदेश के अनुपालन में 4,843.57 करोड़ रुपए की राशि सेबी के पक्ष में ग्रहणाधिकार चिह्नित करते हुए एक एस्क्रो खाते में जमा कर दी गई है।
 
एस्क्रो खाता तीसरे पक्ष द्वारा प्रबंधित किया जाता है : एस्क्रो खाता एक विशेष प्रकार का बैंक खाता होता है जिसे तीसरे पक्ष द्वारा प्रबंधित किया जाता है। इस खाते का इस्तेमाल 2 पक्षों (जैसे खरीदार और विक्रेता) के बीच वित्तीय लेनदेन में सुरक्षा और विश्वास सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। इसमें पैसा या संपत्ति तब तक रखी जाती है जब तक कि लेन-देन से जुड़ी सभी शर्तें पूरी नहीं हो जातीं।
 
बयान में कहा गया कि जेन स्ट्रीट ने सेबी से अनुरोध किया है कि सेबी के निर्देशों के अनुपालन में इस एस्क्रो खाते में पैसे जमा करने के बाद अंतरिम आदेश के तहत लगाए गए कुछ सशर्त प्रतिबंध हटा दिए जाएं और सेबी इस संबंध में उचित निर्देश जारी करे। इसमें कहा गया कि सेबी वर्तमान में इस अनुरोध पर अंतरिम आदेश के निर्देशों के तहत गौर कर हा है।ALSO READ: राहुल गांधी ने सरकार से पूछा सवाल, जेन स्ट्रीट के मामले में सेबी लंबे समय तक चुप क्यों रही
 
नियामक ने कहा कि वह उचित प्रक्रिया का पालन करने और प्रतिभूति बाजार की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। जेन स्ट्रीट ग्रुप की स्थापना 2000 में की गई थी। यह एलएलसी वित्तीय सेवा उद्योग में एक वैश्विक स्वामित्व वाली ट्रेडिंग कंपनी है। यह अमेरिका, यूरोप और एशिया में 5 कार्यालयों में 2,600 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करती है और 45 देशों में ट्रेडिंग का संचालन करती है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

झारखंड में किसानों को मिल रहा सीपियों को सोने में बदलने का प्रशिक्षण