विशाखापत्तनम। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आंध्रप्रदेश में तेल एवं गैस तथा इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में कुल 52 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने के दो समझौतों पर आज हस्ताक्षर किए। इस निवेश से रोजगार सृजन के लिए बड़े निवेश आकर्षित करने के आंध्र प्रदेश सरकार के प्रयासों को बढ़ावा मिला है।
करारों पर ए हस्ताक्षर अमरावती में 13 फरवरी को मुकेश अंबानी की आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ हुई मुलाकात का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने आज इसकी घोषणा करते हुए कहा कि रिलायंस राज्य में तेल एवं गैस क्षेत्र में करीब छह अरब डॉलर यानी 37 हजार करोड़ रुपए निवेश करेगी। इसके अलावा 15 हजार करोड़ रुपए का निवेश तिरुपति के नजदीक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण संयंत्र में किया जाएगा।
इस निवेश से अगले कुछ साल में 25 हजार रोजगार के अवसर सृजित होने का अनुमान है। भागीदारी शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन आज नायडू की उपस्थिति में रिलायंस के अध्यक्ष किरन थॉमस और राज्य के प्रधान सचिवों अजय जैन एवं के. विजयानंद ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। रिलायंस पूर्वी गोदावरी जिले में कृष्णा-गोदावरी घाटी में बीपी इंटरनेशनल के साथ मिलकर अपतटीय गैस आधारभूत संरचना विकसित करेगी। आधिकारिक घोषणा में प्रस्तावित परियोजना के बारे में इससे अधिक जानकारी नहीं दी गई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिलायंस जियो चित्तूर जिले के तिरुपति के पास इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पार्क बनाएगी। इसमें मोबाइल फोन और सेट टॉप बॉक्स का विनिर्माण किया जाएगा। यह पार्क 150 एकड़ जमीन में तैयार होगा। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंबानी और नायडू की बैठक में रखी गई पूर्व शर्त के मुताबिक कंपनी की ओर से इच्छा जाहिर की गई थी कि राज्य सरकार शिक्षा के बाद रोजगार सृजित करने के लिए पार्क के आस-पास आईटीआई और डिप्लोमा कॉलेज जैसे शैक्षणिक संस्थानों का समूह विकसित करे।
अंबानी ने राज्य सरकार से तिरुपति वृद्धि गालियारा के आस-पास कामकाजी लोगों के लिए आवासीय गालियारा बनाने के लिए भी कहा था। अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने अंबानी के अनुरोध पर अभी प्रतिक्रिया नहीं दी है। (भाषा)