नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के मेगा राइट इश्यू को निवेशकों का चौतरफा जोरदार समर्थन मिला है। बुधवार को इश्यू के आखिरी दिन यह करीब 159 प्रतिशत सब्सक्राइब हो गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने राइट्स इश्यू से 53,124 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है। रिलायंस का राइट इश्यू पब्लिक पोर्शन का 1.22 गुना सब्सक्राइब हुआ।
शेयर बाजार से मिली जानकारी के अनुसार इस इश्यू में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 42.26 करोड़ शेयर ऑफर किए थे। 3 जून को इश्यू की क्लोजिंग तक जितने शेयरों की बिडिंग मिली, उसका अनुमानित मूल्य करीब 84 हजार करोड़ रुपए बैठता है।
राइट्स इश्यू के ओवरसब्सक्रिप्शन का एक ही मतलब है कि शेयरधारक अपने एंटाइटेलमेंट से अधिक शेयरों के लिए भाव लगाया।
राइट्स इश्यू कमेटी इक्विटी शेयरों के आवंटन को मंजूरी देने के लिए कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग 10 जून को होगी। राइट्स इश्यू शेयर की बीएसई और एनएसई पर अलग-अलग आईएसआईएन के तहत 12 जून 2020 को सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।
राइट्स इश्यू की सफलता पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि मैं अपने प्रिय एवं सम्मानित शेयरधारकों को इस राइट्स इश्यू में भाग लेने के लिए और भारत की कैपिटल मार्केट के इतिहास में नए प्रतिमान स्थापित करने एवं इसे गर्व का प्रतीक बनाने के लिए हृदय से धन्यवाद व्यक्त करता हूं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के समय से ही हमारे शेयरधारक हमेशा से हमारी सबसे बड़ी ताकत रहे हैं। विश्वास पर आधारित हमारे दशकों पुराने संबंध ने हमें लगातार बेहतर लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित किया है। रिलायंस के भविष्य में शेयरधारकों के इस असाधारण विश्वास को हम विनम्रतापूर्वक प्रसन्नता के साथ स्वीकार करते हैं।
हमारा विजन हमेशा से भारत की समावेशी और तीव्र वृद्धि में निहित है। जो केवल डिजिटल प्रौद्योगिकियों को अपनाने से संभव है। यह 130 करोड़ भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगा। राइट्स इश्यू में शेयरधारकों का जबरदस्त विश्वास हमें आश्वस्त करता है कि हमारे शेयरधारक हमारे विज़न और मिशन का पूर्ण समर्थन करते हैं। उनका समर्थन हमारे संकल्प को और मजबूत करेगा, क्योंकि हम एक नए भारत के लिए एक नया रिलायंस बनाने की ओर दृढ़ता से आगे बढ़ रहे हैं।
अंबानी ने कहा कि RIL के राइट्स इश्यू की सफलता को COVID-19 महामारी की वजह से देशभर में लॉकडाउन के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। यह सफलता भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत में घरेलू निवेशकों, विदेशी निवेशकों और छोटे खुदरा शेयरधारकों के अंतर्निहित विश्वास का भी प्रतीक है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि भारतीय अर्थव्यवस्था फिर गतिमान होकर आने वाले समय में उच्च-विकास दर हासिल करके भारत को विश्व में एक अग्रणी डिजिटल राष्ट्र बनाएगी।
रिलायंस का राइट्स इश्यू सोमवार को ही पूरी तरह सब्सक्राइब हो चुका था। आखिरी दो दिनों में इसके और अधिक सब्सक्राइब होने की उम्मीद थी। इस तरह के राइट्स इश्यू में संस्थागत निवेशक आखिरी दिनों में ही शेयर को खरीदने की सहमति देते हैं, इसलिए आखिरी दो दिनों में राइट्स इश्यू के खरीदारों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिला।